दिल्ली के बाराखंबा इलाके में एक 25 साल के चार्टर्ड अकाउंटेंट यानी सीए ने खुदकुशी कर ली है. चार्टर्ड अकाउंटेंट ने खुदकुशी से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें उन्होंने अपने अकेलेपन के बारे में कई बातें लिखी हैं. सुसाइड नोट में लिखा गया है कि उनके मरने के बाद किसी को उनकी कमी नहीं खलेगी और न ही कोई डिप्रेशन में जाएगा. मौत उनके लिए जिंदगी का सबसे खूबसूरत हिस्सा है. पुलिस को सीए के पास से मिले सुसाइड नोट में इस तरह की बातें लिखी हुई मिली हैं.
जानकारी के मुताबिक मृतक सीए का नाम धीरज कंसल है और उसकी उम्र 25 साल थी. वह लंबे समय से अकेला ही रह रहा था और अविवाहित भी था. पुलिस को जैसे ही मामले की जानकारी लगी तो मृतक के घर पहुंचे. पुलिस ने शव को बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल भेजा. इसके बाद पुलिस ने पूरे कमरे की तलाशी ली. पुलिक को कमरे में रखी टेबल पर एक सुसाइड लेटर मिला है. अपने सुसाइड नोट में मृतक ने इस बात का जिक्र किया है कि वह अपनी दादी के गुजरने के बाद काफी लंबे वक्त तक जी गया.
सीए धीरज कंसल का शव उनके कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला है. पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में लिखा है कि, ‘मौत मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत हिस्सा है. आत्महत्या करना मेरे लिए बुरा नहीं है क्योंकि मेरे ऊपर किसी की जिम्मेदारी नहीं है.’ सुसाइड नोट में सीए ने लिखा है कि उसकी मौत का कोई गम भी न मनाएं. हालांकि इस सुसाइड नोट में सीए ने अपने अकेलेपन का जिक्र करते हुए लिखा है कि उनकी मौत से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा और कोई डिप्रेशन में भी नहीं जाएगा न ही किसी को कोई कमी खलेगी.
महादेव से पूछा, लेकिन जवाब नहीं मिला
मृतक सीए ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसकी मौत की वजह से किसी को परेशान नहीं किया जाए. जिंदगी में जितने इंसान मिले उन सभी ने बहुत अच्छा व्यवहार किया है. सीए ने नोट में जिक्र किया है कि यह एक चमत्कार ही है कि दादी की मौत के बाद वह इतने साल तक जी गया. सीए ने लिखा कि, ‘कई बार मैंने महादेव से पूछा कि मुझे जिंदा क्यों रख रहे हैं? लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.’