केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस को घेरा और कहा कि वह सपने में भी आंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते. जेपी नड्डा और अश्विनी वैष्णव के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अमित शाह ने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर चर्चा का आयोजन हुआ. इसमें 75 साल की देश को गौरव यात्रा, विकास यात्रा और उपलब्धियों की चर्चा हुई. ये स्वाभाविक है कि संसद में पक्ष और विपक्ष होते हैं तो लोगों का अपना-अपना नजरिया होता है. लेकिन जब संसद में चर्चा होती है तो इसमें बातें तथ्यों और सच्चाई के साथ होनी चाहिए. लेकिन जिस तरह कल से कांग्रेस ने तथ्यों तो तोड़-मरोड़कर पेश किया है, इसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं.
गृह मंत्री ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्यों कि बीजेपी के वक्ताओं ने बताया कि कांग्रेस आंबेडकर विरोधी पार्टी है, संविधान विरोधी है. कांग्रेस ने सावरकर जी का अपमान किया. आपातकाल लागू करके कांग्रेस ने संविधान को रौंदा. कांग्रेस ने भारतीय सेनाओं का अपमान किया. कांग्रेस ने भारत की जमीन दे दी. जब संसद में यह बात साबित हो गई तो कांग्रेस ने झूठ फैलाना शुरू कर दिया. कांग्रेस पार्टी आंबेडकर विरोधी है. कांग्रेस पार्टी संविधान विरोधी है. कांग्रेस ने सेना के शहीदों का अपमान किया. कांग्रेस सावरकर विरोधी है. बाबा साहब के न रहने के बाद भी कांग्रेस ने कभी बाबा साहब को इज्जत नहीं दी. पंडित जी (नेहरू) की कितनी ही किताबों में लिखा है कि उन्होंने कभी बाबा साहब को सही जगह नहीं दी.
कांग्रेस ने गलत तरीके से पेश किया: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब को भारत रत्न नहीं दिया. पंडित नेहरू ने खुद को भारत रत्न दिया, कांग्रेस ने अपने नेताओं को भारत रत्न दिया. 1990 तक उन्होंने सुनिश्चित किया कि आंबेडकर जी को भारत रत्न न मिले. मेरे बयानों को गलत तरीके से पेश किया गया. कांग्रेस फर्जी खबरें फैलाती है. मैं आंबेडकर जी के खिलाफ कभी नहीं बोल सकता. राज्यसभा में मेरे बयानों को कांग्रेस ने गलत तरीके से पेश किया.
जहां तक भारत रत्न देने का सवाल है, कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद ही अपने आप को भारत रत्न दिए हैं. 1955 में नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, 1971 में इंदिरा जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया. लेकिन बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 में तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी और भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी. 1990 तक कांग्रेस बाबा साहेब को भारत रत्न न मिले, इसके लिए प्रयास करती रही. यहां तक कि बाबा साहेब की 100वीं जयंती को मनाने की मनाही कर दी गई.
उन्होंने कहा नेहरू जी किताब Selected Works of Jawahar Lal Nehru में एक और उल्लेख आता है. नेहरू जी के आश्वासन के बावजूद आंबेडकर जी को कोई महत्तवपूर्ण विभाग नहीं दिया गया. स्पष्ट उल्लेख है कि सरकार की नीतियों विशेषकर विदेश, रक्षा, अनूसुचित जाति और जनजाति से जुड़ी नितायां को लेकर आंबेडकर जी खिलाफ थे. 370 के खिलाफ आंबेडकर जी थे. कांग्रेस द्वारा चुनावों के दौरान AI द्वारा एडिट किया गया मेरा वीडियो इस्तेमाल किया गया. मेरे बयानों को गलत तरीके से पेश किया गया. कांग्रेस फर्जी खबरें फैलाती है. मैं सपने में भी आंबेडकर जी के खिलाफ कभी नहीं बोल सकता. इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की. राजीव गांधी ने विपक्ष के नेता के तौर पर ओबीसी आरक्षण का विरोध करते हुए अपना सबसे लंबा भाषण दिया.
#WATCH | Delhi: Union Home Minister Amit Shah says, "…My statement was presented in a distorted manner. Earlier they made PM Narendra Modi's edited statements public. When the elections were going on, my statement was edited using AI. And today they are presenting my statement… pic.twitter.com/Br3AGEARqQ
— ANI (@ANI) December 18, 2024
‘बाबा साहब के नाम पर भ्रांति फैला रहे हैं’
उन्होंने कहा कि जिन्होंने (कांग्रेस) जीवन भर बाबा साहब को सम्मान नहीं दिया, वो लोग आज बाबा साहब के नाम पर भ्रांति फैला रहे हैं. खड़गे साहब आप उस वर्ग से आते हो जिसके लिए बाबा साहब ने अपना जीवन समर्पित किया था. आप राहुल गांधी के दबाव में इस कुत्सित प्रयास में आगे आए हो. कांग्रेस ने मेरे बयान को तोड़मरोड़कर आधा ही सामने रखा. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. मेरे पूरे बयान को सामने रखिए. कम से कम हम तो ऐसा नहीं कर सकते, जिससे बाबा साहब का अपमान हो.
खड़ेगी जी मेरा इस्तीफा मांग रहे हैं. उनको आनंद होता तो शायद मैं इस्तीफा दे भी दूं. लेकिन 15 साल आपको वहीं बैठना है जहां आप बैठे हैं. मेरे भाषण एडिट किया गया है, उसका छोटा सा हिस्सा प्रसारित किया गया. मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. इसके सारे लीगल विकल्प बीजेपी तलाशेगी. संसद के अंदर और बाहर क्या लीगल एक्शन हो सकता है, इसको बीजेपी तलाशेगी.