बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, 2024 पर लोकसभा में गरमागरम चर्चा के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा कि हिंदी सीखने की इच्छा रखने पर तमिलनाडु की सड़कों पर उनका मजाक उड़ाया गया. वित्त मंत्री ने कहा, “वे (विपक्ष) हिंदी के खिलाफ हैं. हिंदी सीखने की इच्छा रखने पर तमिलनाडु की सड़कों पर मेरा मजाक उड़ाया गया.”
In which @nsitharaman hits it out of the park 😀 pic.twitter.com/v8P5vFyZQP
— Smita Prakash (@smitaprakash) December 3, 2024
दरअसल, वित्त मंत्री बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक पर चर्चा का जवाब दे रही थीं. इस दौरान उन्होंने सपा के सदस्य राजीव रॉय द्वारा उन्हें लिखे गए एक पत्र का जिक्र करते हुए हिंदी में कुछ कह रही थीं. तभी एक शब्द पर अटकने पर उन्होंने कहा कि मेरी हिंदी भाषा इतनी अच्छी नहीं है. मैं बोलचाल की हिंदी में कुछ ही शब्द बोल पाती हूं. हिंदी की इतनी शब्दावली जरूर समझती हूं कि क्या अपशब्द हैं और क्या नहीं. मैं एक ऐसे राज्य से आती हूं जहां हिंदी पढ़ना गुनाह है, इसलिए मुझे बचपन से हिंदी पढ़ने से रोका गया.
इस बीच जब तमिलनाडु के कुछ द्रमुक (द्रविड़ मुनेत्र कषगम) सदस्यों ने वित्त मंत्री के बयान का विरोध किया तो उन्होंने कहा कि जब मैं कहती हूं कि (तमिलनाडु में) माहौल हिंदी सीखने के अनुकूल नहीं था तो यह मैं तमिलनाडु में अपने निजी अनुभव से कहती हूं. मेरा अपना अनुभव है कि स्कूल से अलग जब मैंने हिंदी सीखी तो तमिलनाडु की सड़कों पर मेरा मजाक उड़ाया गया. यह मेरा अपना अनुभव है.
‘PM मोदी ने सभी स्थानीय भाषाओं का सम्मान बढ़ाया’
निर्मला सीतारमण ने कहा, “मुझे एक ऐसा प्रधानमंत्री बताइए जो तमिल को संयुक्त राष्ट्र में लेकर गया हो… नरेंद्र मोदी. मुझे एक ऐसा प्रधानमंत्री बताइए जो तमिल को बार-बार उद्धृत करता हो. क्योंकि वह उस भाषा का सम्मान करते हैं. मुझे एक ऐसा प्रधानमंत्री बताइए जिनके साथ डीएमके गठबंधन में रही हो, जहां प्रधानमंत्री ने तमिल को उद्धृत किया हो. मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि प्रधानमंत्री ने हर राज्य को अपनी भाषा रखने के लिए प्रोत्साहित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने तमिल समेत सभी स्थानीय भाषाओं का सम्मान बढ़ाया है.”
‘भारत का बैंकिंग सिस्टम प्रोफेशनल हाथों में’
उन्होंने कहा कि भारत का बैंकिंग सिस्टम प्रोफेशनल हाथों में हैं. हमारा बैंकिंग सिस्टम दूर-दराज तक पहुंच रहा है. ग्रामीण इलाकों में भी बैंकों की शाखाएं मौजूद हैं. बैंकों की कुल शाखाएं एक लाख 60 हजार से ज्यादा पहुंच चुकी है. ग्रामीण इलाकों में पांच किलोमीटर के भीतर बैंक शाखा या एटीएम या बैंक मित्र हैं.
वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों ने सबसे अधिक मुनाफा 2023-24 में दर्ज किया. सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रॉफिट में आ गए हैं. ग्रॉस एनपीए घटकर 7.97 पर आ गया है. जुलाई 2024 के बजट में एमएसएमई के लिए पांच अलग-अलग योजनाओं की घोषणा की गई थी. प्लांट और मशीनरी लोन एमएसएमई को नहीं दिया गया, हमने दिया. एमएसएमई मंत्री जीतनराम मांझी के साथ क्लस्टर टू क्लस्टर जाकर हमने कहा कि ये पांच योजनाएं हैं, कृपया आकर इनका लाभ लीजिए.
कोई भाषा सीखने से नहीं रोका गया: डीएमके सांसद
तमिलनाडु में हिंदी लागू किए जाने के मामले पर डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने कहा, “ऐसा कभी नहीं हुआ कि तमिलनाडु में किसी को कोई भाषा सीखने से रोका गया हो. हमने सिर्फ हिंदी थोपे जाने का विरोध किया था. तमिलनाडु में हिंदी थोपे जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए और काफी संघर्ष हुआ. आज केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालयों में तमिल सीखना लगभग असंभव है.”