“मरने के बाद भी न मिला चैन!” – श्मशान में पानी भरने से बह गईं अस्थियाँ, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

सहारनपुर : देवबंद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले खेड़ी आशा ग्राम पंचायत का माजरा जलालपुर माजरी आजादी के 77 वर्ष बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। गांव में एक प्राथमिक विद्यालय है जो बच्चे कम होने की वजह से अब बंद हो चुका है.लेकिन सबसे बड़ी आश्चर्य चिकत और दुखद खबर उसे समय निकालकर सामने आई जब गांव के ही राजेश धीमान की तीन दिन पूर्व बीमारी के चलते मौत हो गई थी.

Advertisement

 

 

गांव के ग्रामीण राजेश की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए श्मशान घाट पहुंचे थे, लेकिन श्मशान घाट के अंदर पानी भरा होने के चलते पूरी अस्थियां पानी में बह गई, जिस कारण से ग्रामीणों के होश उड़ गए। करीब तीन से चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मृतक राजेश के कुछ अस्थियों के अवशेष ग्रामीणों को मिले जिन्हें ग्रामीण और परिजन हरिद्वार में विसर्जित करने के लिए गए.

 

इसके बाद ग्रामीण गुस्से में और आकर्षित होकर मीडिया के सामने आए और आरोप लगाया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर उच्च अधिकारियों तक उन्होंने गांव में श्मशान घाट बनवाने की मांग की और सड़क निर्माण कार्य की भी मांग की लेकिन आज तक उनकी कोई बात सुनी नहीं गई. जनप्रतिनिधि तो गांव में जीतने के बाद आए भी नहीं और ना ही किसी दुख और सुख में शामिल हुए.

Advertisements