हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल पर दर्ज गैंगरेप केस में एक नया मोड़ सामने आया है. पीड़िता की सहेली ने मीडिया के सामने आकर इस केस के बारे में अपनी सफाई दी. उसने दावा किया कि वह हिमाचल प्रदेश के कसौली में गैंगरेप के वक्त कमरे में मौजूद नहीं थी और उसके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं.
गवाह ने पंचकूला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वह दिल्ली की रहने वाली हैं और 2023 की शुरुआत में पीड़िता से दोस्ती हुई थी. उन्होंने कहा, ‘मैं और मेरी दोस्त हिमाचल के कसौली घूमने गए थे. हमारी मुलाकात रॉकी मित्तल से हुई थी, जिनके गाने यूट्यूब पर हैं. मैंने मोहन बड़ौली का नाम सुना था, लेकिन उन्हें कभी देखा नहीं.’ गवाह ने यह भी स्पष्ट किया कि वह होटल में मौजूद नहीं थीं और उन्होंने न तो मोहन बड़ौली को देखा और न ही इस मामले में उनका कोई कनेक्शन था.
झूठा गवाह बनाने की कोशिश की- पीड़िता की सहेली
गवाह ने यह आरोप भी लगाया कि पीड़िता ने उसे झूठा गवाह बनाने की कोशिश की और जब उसने इसके बारे में सवाल किया तो वह रोने-पीटने लगी. महिला ने कहा, ‘मैंने हिमाचल प्रदेश पुलिस से पूछा कि कैसे बिना पूछताछ किए मेरा नाम इस केस में गवाह के रूप में डाल दिया गया.’ महिला ने गैंगरेप के आरोप को पूरी तरह से खारिज किया और इसे एक झूठा मामला बताया.
सहेली के आरोपों को बताया झूठा
इस मामले में पीड़िता ने पहले दावा किया था कि होटल रोज कॉमन में उसके साथ गैंगरेप हुआ था और उसकी सहेली भी उसी कमरे में मौजूद थी. हालांकि, अब गवाह ने इस घटना को न केवल नकारा किया, बल्कि यह भी कहा कि उसने अपनी सहेली के आरोपों को झूठा बताया है. गवाह ने अपने बयान में कहा कि उसने कभी भी इस घटना में कोई गड़बड़ी या गलत काम होते नहीं देखा.
हिमाचल प्रदेश पुलिस के लिए यह मामला और भी कठिन हो गया है, क्योंकि गवाह के बयान के बाद से पुलिस की जांच पर सवाल उठने लगा है. इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि मामले में और भी पहलू सामने आ सकते हैं, जिनकी जांच की जरूरत है.