मुझे पहले से थी पहलगाम हमले की जानकारी’, दिल्ली पुलिस को आया कॉल, फोन करने वाला हो गया गिरफ्तार

दिल्ली के शकरपुर इलाके में गुरुवार देर रात एक ड्राइवर ने दिल्ली पुलिस को कॉल कर दावा किया कि उसे कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जानकारी पहले से थी. कॉल मिलते ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं. इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) समेत कई एजेंसियों ने उस व्यक्ति से घंटों पूछताछ की, लेकिन जांच के बाद पता चला कि उसका दावा पूरी तरह बेबुनियाद था. वो शराब के नशे में था और नशे में ही उसने कॉल किया था.

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शख्स के नशे में होने की पुष्टि होने के बाद यह साफ हुआ कि उसने बिना किसी ठोस जानकारी के यह कॉल की थी. इस झूठी सूचना के चलते पूरी रात पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहना पड़ा. अब दिल्ली पुलिस इस ड्राइवर के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है.

पुंछ में आतंकवादियों की तलाश तेज

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दिल्ली समेत देश के तमाम संवेदनशली इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ ही जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान तेज कर दिया है. गुरुवार को पुंछ के लसाना वन क्षेत्र में संदिग्ध आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना पर सेना की ‘रोमियो फोर्स’, पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया.

14 अप्रैल को इसी क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया था. इसके बाद से इस इलाके में तलाशी अभियान जारी है. जम्मू-राजौरी-पुंछ मार्ग और मुगल रोड पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां हर वाहन की सघन तलाशी ली जा रही है.

पाकिस्तान पर कार्रवाई के संकेत

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है जिसमें राजनीतिक दलों को पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी दी जाएगी. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे और गृह मंत्री अमित शाह भी इसमें मौजूद रहेंगे. संभावना है कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी बैठक को संबोधित करेंगे.

न्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार ने हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने का फैसला किया है. इनमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना, अटारी चौकी को बंद करना और राजनयिक संबंधों में कटौती शामिल है.

गौरतलब है कि मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. इस नृशंस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक हुई, जिसमें सुरक्षा एजेंसियों को “उच्च सतर्कता” बनाए रखने का निर्देश दिया गया.

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