‘वचन पूरा करने के बाद आया हूं, पाकिस्तान में हमारी सेना ने…’, बिहार के काराकाट में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार को बिहार (Bihar) के काराकाट में मौजूद हैं. वे यहां पर कई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. यह पीएम मोदी का बिहार दौरे का दूसरा दिन है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के साथ काराकाट में रोड शो किया. दोनों नेता प्रधानमंत्री के साथ सनरूफ में खड़े होकर रोड शो में शामिल हुए. इसके बाद पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया.

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नरेंद्र मोदी ने काराकाट की जनता को संबोधित करते हुए कहा, “बिहार के प्यार को मैं हमेशा सर-आंखों पर रखता हूं. मैं माताओं-बहनों को विशेष प्रणाम करता हूं. पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था. इसके बाद आंख में आंख में मिलाकर हमने कह दिया कि आतंक के आकाओं को ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा. बिहार की धरती पर मैंने कहा था कि उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा होगी. आज जब मैं बिहार आया हूं, तो अपने वचन पूरा करने के बाद बिहार आया हूं. हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया है.”

‘भारत की ताकत दुश्मन ने देखी…’

पीए मोदी ने कहा, “मैं आज बिहार की धरती से फिर दोहराना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत की जो ताकत दुश्मन ने देखी है लेकिन दुश्मन समझ ले कि ये तो हमारे सर्कर का केवल एक ही तीर है. आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रुकी है, न थमी है. आतंक का फन अगर फिर उठेगा, तो भारत उसे बिल से खींचकर कुचलने का काम करेगा.”

नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “हमारी लड़ाई देश के हर दुश्मन से है, फिर वो चाहे सीमा पार हो या देश के भीतर हो. बीते वर्षों में हमने हिंसा और अशांति फैलाने वालों का कैसे खात्मा किया है, बिहार के लोग इसके साक्षी हैं. कुछ साल पहले तक सासाराम, कैमूर और आस-पास इन जिलों में क्या हालात थे. नक्सलवाद कैसे हावी था. मुंह पर नकाब लगाए, हाथों में बंदूक थामे नक्सली कब कहां सड़कों पर निकल आए, हर किसी को ये खौफ रहता था. सरकारी योजना आती थी लेकिन नागरिकों तक पहुंचती ही नहीं थी. नक्सल प्रभावित गांव में न तो अस्पताल होता था, न मोबाइल टॉवर. कभी स्कूल जलाए जाते थे, कभी सड़क बनाने वालों को मार दिया जाता था. इन लोगों को बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान पर कोई विश्वास नहीं था. नीतीश जी ने उन परिस्थितियों में भी यहां विकास की पूरी कोशिश की.”

पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब सुरक्षा और शांति आती है, तभी विकास के नए रास्ते खुलते हैं. यहां नीतीश जी के नेतृत्व में जब जंगलराज की विदाई हुई, तो बिहार भी प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ने लगा. कभी बिहार में एक ही एयरपोर्ट था, आज दरभंगा एयरपोर्ट भी शुरू हो गया है. बिहार के लोगों की लंबे वक्त से मांग थी कि पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल को आधुनिक बनाया जाए. अब यह भी हो चुका है. कल शाम मुझे नए टर्मिनल का लोकार्पण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.

‘रेलवे का आधुनिकीकरण…’

नरेंद्र मोदी ने कहा, “बिहार में रेलवे की हालत भी अब तेजी से बदल रही है. आज बिहार में वर्ल्ड क्लास वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. रेलवे लाइनों को डबल किया जा रहा है. मल्टी ट्रैकिंग का काम चल रहा है, जिससे ट्रेनों का आना-जाना तेज होगा. सासाराम में भी अब सौ से ज्यादा ट्रेनें रुकती हैं. यानी हम पुरानी समस्याओं को भी दूर कर रहे हैं और रेलवे का आधुनिकीकरण भी कर रहे हैं. ये काम पहले भी हो सकते थे लेकिन जिनके ऊपर बिहार को आधुनिक ट्रेनें देने की जिम्मादारी थी, उन्होंने रेलवे में भर्ती के नाम पर आपकी जमीन लूटने का काम किया. गरीबों की जमीन लिखवा ली. सामाजिक न्याय के उनके यही तरीके थे. गरीब को लूटना, उनके अधिकारों को लूटना, उनकी मजबूरी का फायदा उठाना और खुद राजशाही की मौत करना. बिहार के लोगों को आगे भी सावधान रहना बहुत जरूरी है.”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि बिजली के बिना विकास अधूरा है. जब बिजली होती है तो औद्योगिक विकास होता है. जब बिजली होती है, तो जीवन आसान होता है. बीते वर्षों में बिहार में बिजली उत्पादन पर बहुत जोर दिया गया है. आज बिहार में बिजली की खपत दस साल पहले से चार गुना हो गई है. नबीनगर में बड़ा पॉवर प्रोजेक्ट बन रहा है. इससे बिहार को पंद्रह सौ मेगावाट बिजली मिलेगी. अब हमारा ध्यान भविष्य की ओर है. हमें बिहार को ग्रीन एनर्जी की तरफ लेकर जाना है और इसलिए गजरा में सोलर कार का निर्माण भी हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार ने मखाना बोर्ड की घोषणा की है. हमने मखाना को जीआई टैग दिया, जिससे मखाना किसानों को बहुत लाभ हुआ है.

‘क्या कांग्रेस-आरजेडी का यही सामाजिक न्याय था?’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “जिन लोगों ने बिहार को सबसे ज्यादा ठगा, जिनके दौर में बिहार के गरीब और वंचित तबके को बिहार छोड़कर जाना पड़ा, आज वही लोग सत्ता पाने के लिए सामाजिक न्याय का झूठ बोल रहे हैं. दशकों तक बिहार के दलित, पिछड़ों और आदिवासियों के पास शौचालय तक नहीं था. दशकों तक हमारे इन भाई-बहनों के पास बैंक में अकाउंट नहीं था. उन्होंने बैंकों में उनके लिए तो एंट्री बंद की. दरवाजे तक घुसने नहीं दिया जाता था. दलित और पिछड़े वर्ग के लोग बेघर थे. करोड़ों लोगों के घर पर छत तक नहीं थी. बिहार के लोगों की ये दुर्दशा, पीड़ा और तकलीफ, क्या कांग्रेस और आरजेडी का यही सामाजिक न्याय था? इससे ज्यादा अन्याय कोई नहीं हो सकता है.”

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस और आरजेडी वालों ने कभी दलित और पिछड़ों की तकलीफों की चिंता तक नहीं की. ये लोग विदेशियों को बिहार की गरीबी दिखाने के लिए लाया करते थे. सामाजिक न्याय का नया सवेरा एनडीए के दौर में दिखा है. हमारी सरकार हर गरीब और जरूरतमंद के साथ खड़ी है. हम चाहते हैं कि कोई भी हकदार परिवार सरकार की योजनाओं से वंचित ना रह जाए.

नीतीश ने गिनाईं एनडीए सरकार की उपलब्धियां

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सूबे में एनडीए सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा, “जब 24 नवंबर को 2005 हम लोग की एनडीए की सरकार बनी, तभी से हमने महिलाओं के लिए काम किया है. नौकरी में 35 फीसदी से ज्यादा महिलाओं को मौका मिला. आज कितनी बड़ी संख्या में महिलाएं सीख रही हैं. इसके पहले कोई महिलाओं के लिए काम नहीं किया था. हम पूरी तरह से बिहार के विकास में लगे हुए हैं. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र विशेष तौर पर ध्यान दिया गया है. राज्य में बड़े स्तर पर पुलों का निर्माण करवाया गया.”

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