बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक (Shyam Rajak) नीतीश कुमार की पार्टी JDU में शामिल हो गए हैं. JDU के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने श्याम रजक को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और मंत्री विजय चौधरी समेत कई नेता मौजूद रहे. श्याम रजक ने बीते 22 अगस्त को ही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से इस्तीफा दिया था.
श्याम रजक ने 22 अगस्त को आरजेडी से अपने इस्तीफे में शतरंज और मोहरों का जिक्र करते हुए एक गहरा मैसेज दिया था. उन्होंने कहा था कि मैं शतरंज का एक्सपर्ट खिलाड़ी नहीं था. इसलिए धोखा खा गया. आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि फुलवारी शरीफ का जो विकास होना चाहिए था, वो नहीं हुआ, इसका मुझे दुख है, जनता को भी इसका दुख है. मेरी पहुंच फुलवारी शरीफ की जनता की रसोई तक थी, लेकिन वहां का विकास न होने का मलाल है.
JDU में वापसी के साथ ही श्याम रजक ने तेजस्वी यादव पर हमला किया. उन्होंने आरक्षण के सवाल पर कहा कि बंद कमरे में बैठकर आंदोलन नहीं होता. उन्हें सड़क पर निकलकर पसीना बहाना चाहिए. नीतीश कुमार ने बिहार में जाति आधारित जनगणना कराई और आरक्षण का दायरा बढ़ाने का फैसला किया. अब मामला सुप्रीम कोर्ट में है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में मेरी पूरी आस्था है इसलिए JDU में वापसी कर रहा हूं.
Patna: JD(U) leader Shyam Rajak says, "I need to work, and CM Nitish Kumar is leading this effort. I am committed to working for those who have been left behind in society, especially those who have remained underserved even after 75 years of independence. It is my duty to… pic.twitter.com/3KxCmYXofi
— IANS (@ians_india) September 1, 2024
कौन हैं श्याम रजक?
श्याम रजक पटना की फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट से छह बार के विधायक हैं. वह 15 साल तक बिहार सरकार में मंत्री रहे. इस दौरान उन्हें अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारी दी गई. 2020 में उन्होंने JDU में बगावत शुरू कर दी थी, जिसके बाद उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद वो आरजेडी में शामिल हो गए थे. श्याम रजक को RJD में बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी और पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया. हालांकि श्याम रजक की एंट्री के बाद ही तेज प्रताप यादव ने मोर्चा खोल दिया था.
श्याम रजक बिहार की राजनीति का जाना-पहचान नाम हैं. उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत जेपी आंदोलन से शुरू की थी और फिर वो लालू यादव के साथ हो गए थे. इस दौरान उन्हें मंत्री भी बनाया गया था. हालांकि बाद में वो 2009 में आरजेडी छोड़कर JDU में शामिल हो गए थे. उसके बाद करीब 11 साल बाद जेडीयू का साथ आरजेडी में शामिल हो गए थे और अब एक बार रजक जेडीयू के हो गए हैं.