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मैंने इससे ज्यादा क्रूर मामला नहीं देखा… मुंबई गैंगरेप केस पर सुनवाई के दौरान बोले SC के जज

मुंबई में एक युवा पत्रकार के साथ गैंगरेप का मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने आरोपियों के वकील को जमकर फटकार लगाई. कोर्ट ने कहा कि युवा लड़की के साथ 5 लोगों ने गैंग रेप किया और आप पीड़िता के साथ दोषी के अधिकारों में संतुलन की मांग कर रहे हैं, आप ऐसा कैसे कर सकते हैं?. मामले की सुनवाई जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी कर रहे थे.

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सुनवाई करते हुए जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि मैंने इससे अधिक क्रूर मामला नहीं देखा है. वहीं जस्टिस बेला एम त्रिवेदी ने कहा कि यह एक ओपन एंड शट केस है. सभी गवाह आपके विरुद्ध हैं, हाई कोर्ट का विस्तृत फैसला है. बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ आरोपियों की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने ये टिप्पणी की. इस मामले की सुनवाई मंगलवार 26 नवंबर तक के लिए टाल दी गई है.

पांच लोगों ने किया था गैंगरेप

दरअसल साल 2013 में मुंबई में पांच लोगों ने 23 साल की महिला फोटो जर्नलिस्ट के साथ गैंगरेप किया था. महिला पत्रकार अपने मित्र के साथ शाम के समय फोटो खींचने के लिए लोअर परेल स्थित शक्ति मिल्स इलाके में गई थी. उसी दौरान आरोपियों ने पीड़िता के मित्र को बंधक बना कर उसे बेल्ट से बांध दिया. उसके बाद महिला के साथ पांच लोगों ने गैंगरेप किया था. इनमें से एक आरोपी किशोर था.

घटना को लेकर मचा था बवाल

गैंग रेप के बाद पीड़ित महिला की हालत बेहद खराब हो गई थी. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मामले की जनाकरी मिलते ही पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. इन्हें पकड़ने के लिए करीब 20 टीमें लगाई गई थीं. सभी आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया था. उस दौरान इस मामले को लेकर काफी बवाल मचा था. घटना से नाराज शिवसेना और एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने मुंबई में एन एम जोशी थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन किया था वहीं मुंबई में पत्रकारों के संगठन ने भी मार्च निकाला था.

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