केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उस खबर को गलत बताया है कि जिसमें उनके भाई और बहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही गई है. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस एफआईआर में एक गंभीर गलती है. इसमें कहा गया है कि विजयलक्ष्मी नाम की कोई मेरी बहन है. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से तथ्य गलत है. मेरी कोई बहन नहीं हैं. मैं केवल तीन भाई हूं.
प्रहलाद जोशी ने कहा- जहां तक गोपाल जोशी की बात है तो 32 साल से अधिक समय से हम दोनों अलग-अलग हैं. उन्होंने कहा कि पहले जब उन्हें अपने आचरण को लेकर कुछ आरोपों का सामना करना पड़ा, तो मैंने उनके साथ अपना नाम जोड़ने के लिए सिटी सिविल कोर्ट, बेंगलुरु से निषेधाज्ञा ली थी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 22 नवंबर, 2013 को कोर्ट के सामने रखे गए हलफनामे में विवरण स्पष्ट रूप से दिया गया है. हलफनामे के मुताबिक वादी (यानी मैं) और गोपाल वी. जोशी 20 साल से अधिक समय से (अब करीब 32 साल) अलग हैं.
#WATCH | Delhi: On FIR against his kin, Union Minister Pralhad Joshi says, "At the outset, I would like to point out a glaring mistake in the FIR stating that someone by the name of Vijaylakshmi is my sister. This is highly nonfactual as I don’t have any sisters. Myself & Gopal… pic.twitter.com/08gk3K7ks2
— ANI (@ANI) October 18, 2024
अखबारों में विज्ञापन भी दिया था
प्रहलाद जोशी ने कहा कि यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि मैंने 9 नवंबर, 2012 को प्रमुख स्थानीय दैनिक समाचार पत्रों में एक विज्ञापन भी प्रकाशित कराया था. उसमें बताया था कि जो कोई भी काम करवाने के लिए मेरा नाम उद्धृत करता है या ऐसा कोई दावा करता है कि वे रिश्तेदार, भाई, दोस्त आदि हैं, तो यह गलत तथ्य होगा. ऐसे दावे के लिए वे खुद जिम्मेदार होंगे.
मामले की निष्पक्ष जांच होने दी जाए
केंद्रीय मंत्री में कहा कि मैं एक बार फिर दोहराऊंगा कि पिछले 32 वर्षों से मेरा अपने भाई गोपाल जोशी से किसी भी प्रकार का कोई संबंध नहीं है. हलफनामे के अंश और अखबार में प्रकाशित विज्ञापन की एक प्रति संलग्न है. चूंकि एफआईआर दर्ज की गई है, मैं कहना चाहूंगा कि कानून को अपनी कार्रवाई करने दें, जांच होने दें.