केंद्र सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (Goods and Services Tax) के ढांचे में किया गया व्यापक बदलाव, जिसे ‘जीएसटी 2.0’ कहा जा रहा है, सोमवार को नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही लागू हो गया. जीएसटी की नई व्यवस्था में एक आसान टैक्स स्ट्रक्चर लागू किया गया है, जिसमें रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं को 5%, लग्जरी (विलासिता की वस्तुएं) और सिन गुड्स (स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डालने वाली वस्तुएं) को क्रमश: 18% और 40% के टैक्स स्लैब में रखा गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किए गए एक संदेश में इस रोलआउट को ‘जीएसटी बचत महोत्सव’ की शुरुआत बताया और इसे आर्थिक आत्मनिर्भरता और स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम बताया. पीएम मोदी ने कहा, ‘यह नवरात्रि विशेष है. जीएसटी बचत महोत्सव के साथ, स्वदेशी (मेड इन इंडिया) के मंत्र को और भी बल मिलेगा. आइए, हम सब मिलकर एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए प्रयास करें.’
उन्होंने लिखा, ‘मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार. आपको और आपके परिवार को शक्ति की उपासना के पर्व नवरात्रि की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. मेरी प्रार्थना है, ये त्योहार आप सभी के जीवन में सुख और समृद्धि लेकर आए. इस वर्ष त्योहारों में हमें एक और उपहार मिल रहा है. आज से नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स लागू होने के साथ ही पूरे देश में GST बचत उत्सव की शुरुआत हो गई है. इन रिफॉर्म्स से किसान, महिला, युवा, गरीब, मध्यम वर्ग, व्यापारी, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, सभी को फायदा होगा.’
हेल्थ इंश्योरेंस पर GST शून्य कर दिया गया
पीएम मोदी ने लिखा, ‘नए GST रिफॉर्म्स की विशेषता है कि अब मुख्य रूप से सिर्फ दो ही स्लैब रहेंगे. रोजमर्रा की जरूरी चीजें जैसे खाना, दवाइयां, साबुन, टूथपेस्ट और कई अन्य सामान अब या तो टैक्स-फ्री होंगे या 5% की सबसे कम स्लैब में आएंगे. घर बनाने, गाड़ी खरीदने, बाहर खाने या परिवार के साथ छुट्टियां मनाने जैसे सपनों को पूरा करना अब आसान होगा. हेल्थ इंश्योरेंस पर भी अब GST को शून्य कर दिया गया है. मुझे ये देखकर अच्छा लगा कि कई दुकानदार और व्यापारी पहले और अब (Before and After) के बोर्ड लगाकर, लोगों को बता रहे हैं कि कोई सामान कितना सस्ता हो गया है.’
हमारी सरकार का मंत्र है नागरिक देवो भव:
प्रधानमंत्री ने देशवासियों के नाम अपने संदेश में कहा, ‘हमारी GST यात्रा 2017 में शुरू हुई थी. तब देश को अनेक तरह के टैक्स और टोल के जंजाल से मुक्ति मिली थी. इससे ग्राहकों और व्यापारियों, कारोबारियों को बहुत राहत मिली थी. अब ये नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म हमें और आगे ले जा रहे हैं. इसमें सिस्टम को और सरल बनाया गया है. इससे हमारे दुकानदार साथियों, लघु उद्योगों की सहूलियत और बढ़ेगी. नागरिक देवो भव हमारा मंत्र है. पिछले 11 वर्षों में हमारे प्रयासों से 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं.’