ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार संबित पात्रा ने भगवान जगन्नाथ पर दिए गए बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि कभी-कभी हम सभी की जुबान फिसल जाती है. अस्तित्वहीन मुद्दे को मुद्दा न बनाएं. पात्रा के बयान को लेकर ओडिशा की सियासत गरम हो गई है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी संबित पात्रा के बयान पर प्रतिक्रिया दी है.
ओडिशा सीएम के बयान पर संबित पात्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज पुरी में नरेंद्र मोदी के रोड शो की भारी सफलता के बाद मैंने कई मीडिया चैनलों को कई बाइट्स दीं. हर जगह मैंने कहा कि मोदी जी श्री जगन्नाथ महाप्रभु के भक्त हैं, लेकिन एक बाइट्स के दौरान जुबान फिसलने के कारण ऐसा हुआ. मैं जानता हूं कि आप भी इसे जानते और समझते हैं. किसी अस्तित्वहीन मुद्दे को मुद्दा न बनाएं. कभी-कभी हम सभी की जुबान फिसल जाती है.
https://twitter.com/sambitswaraj/status/1792636303030272340?t=4WXb193kgGCNYFd3BNV_zA&s=19
पात्रा के बयान पर ओडिशा के सीएम ने कहा था कि महाप्रभु को दूसरे इंसान का भक्त कहना भगवान का अपमान है. इससे भावनाएं आहत हुई हैं और दुनियाभर में करोड़ों जगन्नाथ भक्तों और उड़िया लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है. भगवान जगन्नाथ उड़िया अस्मिता के सबसे महान प्रतीक हैं. महाप्रभु को दूसरे इंसान का भक्त कहना पूरी तरह से निंदनीय है.
सीएम ने आगे कहा कि मैं बीजेपी पुरी लोकसभा सीट से उम्मीदवार की ओर से दिए गए बयान की कड़ी निंदा करता हूं. मैं बीजेपी से भगवान को किसी भी राजनीतिक बयानबाजी से ऊपर रखने की अपील करता हूं. ऐसा करके आपने ओड़िया अस्मिता को गहरी चोट पहुंचाई है और इसे ओडिशा के लोग लंबे समय तक याद रखेंगे.
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी संबित पात्रा के वायरल हो रहे बयान वाले वीडियो पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री खुद को शहंशाह और दरबारी उन्हें भगवान समझने लगें तो मतलब साफ है कि पाप की लंका का पतन नजदीक है. आखिर बीजेपी के लोगों को करोड़ों लोगों को करोड़ों की आस्था को चोट पहुंचाने के अधिकार किसने दिया?