जावरा में बिजली कार्यालय में शुक्रवार को करणी सेना परिवार के प्रमुख जीवनसिंह शेरपुर और बिजली कंपनी अधिकारियों के बीच विवाद हो गया। इस दौरान शेरपुर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे जेई भावेश कुमार को भीड़ के बीच चेतावनी देते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में शेरपुर कहते हैं “दादागिरी करना है ना तो सुबह बाहर मिलते हैं। तुझे मारूंगा, उसके बाद तू एफआईआर कराएगा। जो गुस्सा है घुटने पर नहीं लाया तो मेरे बाप की औलाद नहीं हूं। महिलाओं से बात करना नहीं आती तुम्हें। दादागिरी करते तो तुम अभी अस्पताल में होते।”
बिजली बिलों को लेकर चल रहा विवाद
दरअसल, मामला स्मार्ट मीटर से जुड़े बिजली बिलों को लेकर चल रहे विवाद का है। 15 दिन पहले बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति और सैकड़ों ग्रामीणों ने जावरा में धरना दिया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से ज्यादा बिल आ रहे हैं। उस समय कंपनी ने 15 दिन में समाधान करने का आश्वासन दिया था।
उपभोक्ता फिर पहुंचे ऑफिस, अधिकारियों ने लगाया ताला शुक्रवार को समिति पदाधिकारियों असलम मेव, अली जमाल और ग्रामीण फिर से कार्यालय पहुंचे। उनका आरोप था कि बिल जमा करने के बाद भी बिजली वापस जुड़ नहीं रही है। कई महिलाएं हाथों में चूड़ियां लेकर पहुंचीं। इस दौरान कंपनी अधिकारियों ने उपभोक्ताओं पर हंगामे का आरोप लगाया और कार्यालय पर ताला लगाकर थाने चले गए।
करणी सेना प्रमुख पहुंचे तो माहौल गरमा गया इसकी जानकारी मिलते ही जीवनसिंह शेरपुर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। उन्होंने बिजली कंपनी अधिकारियों से सवाल किए। जेई भावेश कुमार के कहने पर कि “ऑफिस में बैठकर हंगामा करने से समस्या सुलझेगी क्या” माहौल गरमा गया। शेरपुर, जिला पंचायत सदस्य राजेश भरावा समेत उपभोक्ताओं ने अधिकारियों के बर्ताव का विरोध किया और महिलाओं से अभद्रता का आरोप लगाया।
“गांव में बदतमीजी की तो छोड़ेंगे नहीं” इसी दौरान शेरपुर का एक और वीडियो आया जिसमें वे कहते हैं- “मंदिरों के बिल 5 हजार तक आ रहे हैं। अगर गांव में आने पर किसी ने ग्रामीणों से बदतमीजी की तो छोड़ेंगे नहीं। हम बता देंगे दादागिरी क्या होती है।” हंगामा बढ़ते देख तहसीलदार पारस वैश पहुंचे और लोगों को शांत कराया। उन्होंने एक महीने में समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया।
दोनों पक्षों ने थाने में आवेदन दिए विवाद के बाद बिजली कंपनी अधिकारियों ने थाने में शिकायत दी कि उपभोक्ता संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने हंगामा किया। वहीं संघर्ष समिति ने भी पुलिस को आवेदन देकर आरोप लगाया कि अधिकारियों ने महिला उपभोक्ताओं से अभद्रता की है, जिस पर कार्रवाई की जाए।
“लोगों से बदतमीजी हो रही, अब डबल बिल आ रहे हैं” जीवनसिंह शेरपुर ने कहा, “उपभोक्ता संघर्ष समिति एक माह से आमजनों के लिए लड़ रही है। अधिकारियों ने 15 दिन में लिखित आश्वासन दिया था लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। अब डबल बिल आ रहे हैं। जिन्होंने जमा कर दिए, उनके भी बिल जुड़कर आ रहे हैं। ऐसा आंदोलन करेंगे कि बिजली कंपनी की आत्मा कांप जाएगी।”