लालू प्रसाद यादव द्वारा राजद और परिवार से निकाले जाने पर तेज प्रताप यादव ने कहा कि मैं डरने वाला नहीं हूं. मैं उन लोगों के नाम उजागर करूंगा जिन्होंने मेरे साथ ऐसा किया है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता सब देख रही है. मेरे स्वभाव का फायदा उठाया गया. मैं बिहार सरकार से अपनी सुरक्षा की मांग करता हूं. जिन्होंने मेरी जिंदगी बर्बाद की मैं उन्हें नहीं छोडूंगा.
‘बिहार सरकार मेरी सुरक्षा बढ़ाए’
तेज प्रताप ने कहा, ‘मैं डरने वाला नहीं हूं. मैं परिस्थिति का सामना करूंगा. मैं उन 4-5 लोगों के नाम उजागर करूंगा जिन्होंने मेरे साथ ऐसा किया है.’ तेज प्रताप यादव ने कहा, ‘बिहार की जनता ने देखा है कि राजद के चंद लोगों के कारण मुझे किस तरह पार्टी से बाहर किया गया है. जनता मेरे स्वभाव को जानती है. मेरे स्वभाव का फायदा उठाकर कुछ 4-5 लोगों ने ऐसा किया है.’
‘मैं न्याय मांगने जनता के बीच जाऊंगा’
उन्होंने कहा, ‘अब मैं न्याय मांगने जनता के बीच जाऊंगा. कोई भी अपनी निजी जिंदगी में दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं करेगा. मैं न्यायालय से मदद मांगूंगा. मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं कि मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए, क्योंकि मुझे लगता है कि मेरी जान को खतरा है. मैं उन 4-5 लोगों को नहीं छोड़ूंगा जिन्होंने मेरी जिंदगी बर्बाद की है.’
‘तेजस्वी को हमेशा सीएम बनने का आशीर्वाद दूंगा’
तेज प्रताप ने कहा कि इतना कुछ होने के बाद भी मैंने कभी उन लोगों के नाम उजागर नहीं किए जिन्होंने मेरे साथ ऐसा किया, साथ ही अपने माता-पिता का भी सम्मान करता हूं. बड़े भाई के नाते मैं तेजस्वी को हमेशा सीएम बनने का आशीर्वाद दूंगा और उन्हें पूरा समर्थन दूंगा.’
पार्टी से क्यों निकाले गए थे तेज प्रताप?
बता दें कि तेज प्रताप ने फेसबुक पर अपनी गर्लफ्रेंड अनुष्का यादव के साथ अपनी 12 साल पुरानी प्रेम कहानी का खुलासा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से साथ हैं. यह पोस्ट वायरल हुआ, जिसके बाद विवाद बढ़ता देख लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाल दिया.
पहले भी विवादों में रहे हैं तेज प्रताप
यह पहला मामला नहीं है जब तेज प्रताप विवादों में रहे हों. इससे पहले भी कई बार उनके बयान पार्टी को असहज स्थिति में डाल चुके हैं. जिससे गठबंधन के भीतर असंतोष बढ़ा है. पार्टी से निकाले जाने पर तेज प्रताप ने कहा था कि यह राजनीतिक साजिश है और उनकी जान खतरे में है. अपनी फेसबुक पोस्ट के बाद विवाद होने पर उन्होंने X पर कहा था कि उनका अकाउंट हैक हो गया है.
तेज प्रताप यादव को आरजेडी से उनके नीतिगत और व्यक्तिगत अनैतिक आचरण के चलते छह साल के लिए निष्कासित किया गया. तेज प्रताप ने इसे साजिश और व्यक्तिगत हमला बताते हुए 4–5 लोगों के खिलाफ कानूनी लड़ाई की बात कही है.