‘नहीं लूंगा दापा’… वायरल हो रहा शादी का ये कार्ड, लड़की के पिता ने कही ऐसी बात की दिल खुश हो जाए

देशभर में इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है. इस बीच मध्य प्रदेश की एक शादी का कार्ड काफी वायरल हो रहा है, जिसकी सभी लोग काफी तारीफ कर रहे हैं. इस कार्ड के जरिए दुल्हन के पिता ने समाज को एक खास संदेश देने की कोशिश की है, जो कि लोगों के बीच अब चर्चा का विषय बन गई है. यहीं कारण है कि यह कार्ड सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. सभी लोग इस कार्ड की जमकर सराहना कर रहे हैं.

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झाबुआ जिले के कालाखूंट गांव में रहने वाले दवाला निनामा अपने समाज के लिए उदाहरण बन गए हैं. दवाला की बेटी अमीषा की शादी 1 मई को गुजरात के नेहूल के रहने वाली जयराज मावी से होनी है. पूरा परिवार शादी की तैयारियों में लगा हुआ है. पिता अपनी बेटी की शादी में किसी भी तरह की कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहते है. वे अपनी बेटी अमीषा का शादी बिना दापा लिए कर रहे हैं. उन्होंने इस संबंध में शादी के कार्ड के जरिए समाज को खास संदेश दिया है.

‘नहीं ले रहा दापा’

शादी के कार्ड में पिता दवाला ने लिखा है कि मैं अपनी लाडली की शादी में दापा नहीं ले रहा, आप भी मत लेना हमारी बेटियां खुश रहेंगी. दीपा को लेकर दवाला ने बताया कि साल 2006 में उसकी शादी हुई थी. उस समय उन्होंने 60 हजार रुपये कर्ज कर लेकर दापा दिया था. जिसे उन्होंने सालों बाद अपनी पत्नी के साथ मजदूरी करके चुकाया था. वह नहीं चाहते हैं कि उनकी बेटी शादी के दिन ही किसी तरह के कर्ज में फंसे इसलिए उन्होंने इस खास मैसेज को कार्ड में छपवाया है.

क्या है दापा प्रथा?

उन्होंने समाज को दीपा जैसी कुप्रथा से बाहर निकलने के लिए कार्ड पर संदेश लिखवाया है. आईये जानते है कि आखरी दीपा क्या होता है? आदिवासी इलाके झाबुआ में बेटी की शादी में वर पक्ष से एक तय रकम लेने की प्रथा है. इसकी राशि 3 लेकर से लेकर 5 लाख या फिर इससे भी अधिक हो सकती है. दापा राशि तय होने के बाद यह रकम लड़के पक्ष के लोगों को लड़की वालों को देनी होती है. कई बार दीपा देने के लिए लड़के पक्ष को कर्ज लेना भी पड़ जाता है. ऐसी परिस्थिति में लड़की शादी के बाद कर्जदार हो जाती है और इसे चुकाने लिए उसे भी मजदूरी करनी पड़ती है.

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