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देश के सबसे अमीर अफसरों में शामिल हैं IAS अमित कटारिया… सैलरी सिर्फ 1 रुपये! जानें नेटवर्थ

देश में वैसे तो कई ऐसे आईएएस-आईपीएस ऑफिसर्स हैं, जो चर्चा में रहते हैं. फिर बात चाहे टीना डाबी की हो या दूसरों की. इस बीच एक IAS अफसर ऐसा भी है, जो देश के सबसे अमीर अफसरों (Richest IAS Officer) में शुमार हैं, लेकिन खास बात ये है कि ये महज 1 रुपये प्रतिमाह की सैलरी लेते हैं. इनका नाम अमित कटारिया (Amit Kataria) हैं, इसके बावजूद उनकी नेटवर्थ करोड़ों में हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में…

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हरियाणा के गुरुग्राम के हैं आईएएस

आईएएस अमित कटारिया (Amit Kataria) हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले हैं और हाल ही में छत्तीसगढ़ में पोस्टेड हुए हैं. करीब 7 साल के सेंट्रल डेप्युटेशन से वह वापस लौटे हैं. इनकी गिनती देश के सबसे अमीर अफसरों में की जाती है, जो कई बार सुर्खियों में आए हैं फिर बात चाहें PM Modi से मुलाकात के दौरान आंखों पर काला चश्मा लगाने की बात हो या फिर महज 1 रुपया सैलरी लेने की. हाल ही में उनकी छत्तीसगढ़ में फिर से वापसी हुई है.

करोड़ों में है इनकी नेटवर्थ

Amit Kataria एक बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखते हैं और इनके परिवार का बड़ा रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन कारोबार है, जो कि दिल्ली और आस-पास के क्षेत्र में फैला है. ये बिजनेस उनके परिवार के सदस्य चलाते हैं. इस कारोबार से उन्हें तगड़ी कमाई होती है. रिपोर्ट्स की मानें तो उसकी नेटवर्थ करीब 8 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वहीं साल 2021 के मुताबिक, उनकी पोस्ट पर सैलरी 56000 रुपये बेसिक-पे और अन्य भत्तों को मिलाकर 1.40 लाख रुपये से ज्यादा थी.

भले ही आईएएस अमित कटारिया की सैलरी लाखों में है, लेकिन उनकी चर्चा वेतन के तौर पर महज 1 रुपये लेने को लेकर होती रही है. अमित कटारिया की पत्नी अस्मिता हांडा भी कमर्शियल पायलट हैं (Amit Kataria IAS Wife) और उनकी सैलरी भी लाखों में है.

2003 में किया था UPSC क्रैक

अमित कटारिया छत्तीसगढ़ कैडर के अधिकारी हैं और शुरुआती शिक्षा दिल्ली से पूरे करने के बाद साल 2003 में हुई यूपीएससी परीक्षा पास की थी, उन्होंने UPSC में 18वीं रैंक पाई थी. इसके अलावा वे IIT Delhi के छात्र भी रहे हैं, जहां से उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल की है.

बस्तर में पोस्टिंग के दौरान यूं चर्चा में आए

अब बता दें कि IAS अमित कटारिया बस्तर में कलेक्टर रहते हुए सुर्खियों में आए थे. दरअसल, साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बस्तर दौरे के दौरान उन्होंने PM Modi से मिलते समय आंखों पर काला चश्मा लगा रखा था, जो कि सरकारी प्रोटोकॉल के खिलाफ है. इसके बाद अमित कटारिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और बाद में उन्हें बस्तर से हटाकर सेंट्रल डेप्युटेशन पर दिल्ली बुलाया गया था.

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