गुरदासपुर में थाने पर राकेट लांचर से हमला करने वाले आतंकी आकाशदीप उर्फ बाज की गिरफ्तारी ने इंटेलिजेंस और आईबी को चौका दिया है। हीरानगर पुलिस गुरुवार को दिनभर छानबीन में जुटी रही। मोस्ट वांटेड बाज ने गायत्रीनगर में किराए से घर लेकर छुपना स्वीकारा है।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े आकाशदीप की पंजाब और दिल्ली पुलिस कई दिनों से तलाश कर रही थी। चनानके अमृतसर (पंजाब) निवासी 22 वर्षीय बाज गुरुदासपुर जिले बटाला में किला लालसिंह थाना में राकेट लांचर से हमला कर फरार हुआ था। उसने लूट के लिए हथियारों की सप्लाई भी की थी। दिल्ली की स्पेशल सेल हथियार मामले में तलाशते हुए इंदौर पहुंची और बाज को हीरानगर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।
आकाश क्रेन चलाने के लिए आया था
बब्बर खालसा का आतंकी इंदौर से पकड़े जाने की सूचना से गुरुवार को इंटेलिजेंस हरकत में आया और छानबीन में जुटा रहा। जोन-3 के पुलिस अफसरों ने पंजाब और दिल्ली पुलिस से संपर्क कर जानकारी ली। उन्होंने बताया आकाशदीप निर्माणाधीन आईएसबीटी में क्रेन चला रहा था।
क्रेन संचालक हरभजनसिंह से भी पूछताछ की गई। उसने बताया क्रेन के लिए चालकों की आवश्यकता पड़ने पर उसने वॉट्सएप ग्रुप पर मैसेज शेयर किया था। आकाश क्रेन चलाने के लिए आया था। वह गायत्री नगर में किराये का मकान लेकर रहने लगा था।
पुलिस और खुफिया तंत्र की नाकामी
आकाशदीप की गिरफ्तारी से पुलिस और खुफिया तंत्र की नाकामी भी उजागर हुई है। किरायेदार, मकान मालिक, चालक, मजदूरों का सत्यापन न करने का फायदा उठाकर आकाश फरारी काट रहा था। इसके पूर्व भी वांछित आतंकियों की इंदौर से गिरफ्तारी हुई है। हाल ही में मेट्रो में काम करने वाले बिहार के युवकों को देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।