जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक ऐसा बयान दे दिया, जिस पर विवाद छिड़ गया है. खरगे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हम अगर 20 और सीट जीत जाते तो अब तक बीजेपी के कई नेता जेल में रहते. खरगे के इस बयान पर बीजेपी ने तगड़ा पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा कि खरगे का यह बयान कांग्रेस के आपातकाल मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण है.
खरगे ने अनंतनाग में एक चुनावी रैली के दौरान बीजेपी वाले 400 पार, 400 पार कहते थे. आपके 400 पार कहां गए? उन्हें केवल 240 सीट मिलीं. अगर हम 20 और सीट जीतते, तो वे जेल में होते. वे जेल में रहने के लायक हैं. ‘अबकी बार 400 पार’ लोकसभा चुनाव में बीजेपी का स्लोगन था. बीजेपी को लोकसभा चुनाव में 240 सीट मिली थीं, जबकि कांग्रेस सहित इंडिया अलायंस को 234 सीट मिली थीं.
खरगे के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह कांग्रेस की आपातकाल वाली मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण है. इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू किया था और विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया था. कांग्रेस उस विरासत को जारी रखना चाहती है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को आपातकाल लागू किया था जो 21 महीने तक जारी रहा था.
खरगे कहा कि बीजेपी को उसका विरोध करने वाले राजनीतिक दलों और गठबंधनों को तोड़ने का प्रयास बंद कर देना चाहिए, क्योंकि केंद्र में उसकी अल्पमत सरकार है जो अपने अस्तित्व के लिए TDP और JDU पर निर्भर है. कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर जम्मू-कश्मीर में मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे बीजेपी घबरा गई है. अब वे गठबंधन तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
खरगे ने आगे कहा कि बीजेपी को अब ऐसा करना बंद कर देना चाहिए. उसके पास अब 400 के पार नहीं, 200 से पार सांसद हैं. यह अल्पमत की सरकार है. चंद्रबाबू नायडू कभी भी समर्थन वापस ले सकते हैं. नीतीश कुमार कभी भी गठबंधन से बाहर निकल सकते हैं. आपने एक हाथ किसी और को जबकि एक पैर किसी और को दे दिया है. बीजेपी वाले को सावधानी से चलना चाहिए.