महाराष्ट्र के नांदेड़ में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर शिव सेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे आज जीवित होते तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर गले लगाते. अमित शाह ने यह बात एक रैली में कही.
गृह मंत्री अमित शाह ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना (UBT) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी भारत के आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक मंच पर भेजे गए बहु-पक्षीय प्रतिनिधिमंडलों का मजाक उड़ाती है और उन्हें “बारात” कहती है. अमित शाह ने कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि उद्धव सेना के साथ क्या हो गया है, वे अपने ही सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडलों को बारात कह रहे हैं.”
केंद्र सरकार ने आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ के संदेश को दुनिया भर में पहुंचाने के लिए 33 वैश्विक राजधानियों का दौरा करने वाले सात बहु-पक्षीय प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं. इसका उद्देश्य पाकिस्तान की आतंकवाद की साजिशों को बेनकाब करना और भारत की कड़ा रुख दिखाना है.
शिवसेना और बीजेपी में आई थी दरार
पछले दशकों तक शिव सेना और बीजेपी महाराष्ट्र में सहयोगी रहे, लेकिन 2019 में दोनों के बीच गठबंधन टूट गया. 2022 में जब शिव सेना दो हिस्सों में बंटी, तब डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली टीम को पार्टी का नाम और चिन्ह मिल गया. शिंदे की शिव सेना बीजेपी की महायुति गठबंधन का हिस्सा है, जबकि उद्धव ठाकरे की शिव सेना विपक्षी महा विकास अघाड़ी में है.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम- शाह
अमित शाह ने इस दौरान अपने राजनीतिक विरोधियों पर कड़ी टिप्पणियां करते हुए कहा कि बालासाहेब ठाकरे की सोच से ये बात बिल्कुल सहमत नहीं होती. उन्होंने यह भी कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता देश की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस मौके पर उन्होंने जनता से मोदी सरकार के आतंकवाद विरोधी फैसलों का समर्थन करने की अपील की और कहा कि सभी को मिलकर देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए.