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बारिश बनी मुसीबत… अगर बाढ़ में बह गई कार-बाइक, जानिए इंश्योरेंस क्लेम मिलेगा या नहीं?

मॉनसून की बारिश ने झुलसाती गर्मी से राहत जरूर दी है, लेकिन कई राज्यों में ये बड़ी मुसीबत बनकर सामने आई है. उत्तराखंड, गुजरात हो या फिर असम और अरुणाचल प्रदेश, यहां पर मूसलाधार बारिश (Heavy Rains) से कई स्थानों पर बाढ़ (Flood) जैसे हालात बन गए हैं. इस बीच बढ़ा में फंसी गाड़ियों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर जमकर ट्रेंड हो रही हैं.

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ऐसे में प्राकृतिक आपदाओं के चलते जहां जान-माल का नुकसान देखने को मिलता है, तो वहीं बाढ़, बारिश या फिर आंधी-तूफान में वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं भी देखने को मिलती हैं. अब सवाल ये कि अगर आपकी कार भी भारी बारिश या बाढ़ में फंसकर खराब हो गई है, तो क्या उसकी भरपाई इंश्योरेंस (Motor Insurance) कंपनी करेगी. आइए समझते हैं विस्तार से…

इंश्योरेंस लेते समय हर बारीकी पर रखें ध्यान

देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश (Heavy Rains) के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. कहीं सड़कों पर पानी भर गया है, तो कहीं पानी का तेज बहाव रोड को ही बहा ले गया. पानी की तेज रफ्तार में गाड़ियों के बहने के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब नजर आ रहे हैं.हर बार बारिश के मौसम में इस तरह के हालात देखने को मिलते हैं, ऐसे में अगर किसी प्रकृतिक आपदा के चलते आपके वाहर को भारी क्षति हुई है, तो इसकी भरपाई आप बीमा कंपनी से तभी करा सकते हैं, जबकि मोटर इंश्योरेंस खरीदते समय आपने कुछ जरूरी बातों का खास ध्यान रखा हो.

दरअसल, वाहन बीमा (Motor Insurance) लेते समय सिर्फ उसके चोरी हो जाने या किसी कलपुर्जे में खराबी और टूट-फूट के बारे में ही सोचना ठीक नहीं है, बल्कि इस बात का भी फोकस रखें कि जो इंश्योरेंस आप खरीद रहे हैं, वो बारिश या बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए भी उपयुक्त है या फिर नहीं. इस तरह के नुकसान से बचने के लिए सबसे पहली बात तो ये याद रखें कि आप ऐसा कार बीमा (Car Insurance) खरीदें, जिसमें भारी इंजन कवर भी शामिल हो. प्राकृतिक आपदा से इंजन सीज होने को हाइड्रोस्टेटिक लॉक कहते हैं. इस तरह के मामलों में बीमा कंपनियां इसलिए क्लेम नहीं देतीं, क्योंकि इसे दुर्घटना की श्रेणी में रखा जाता है.

कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस क्या है?

मोटर वाहन कानून-1988 के मुताबिक, बाढ़, बारिश, आंधी-तूफान या किसी अन्य प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान ऑन डैमेज कवर में आते हैं. इसलिए ऐसी बीमा पॉलिसी चुनें, जिसमें इंजन सुरक्षा एड-ऑन का ऑप्शन मिले. अगर आपने अपने वाहन के लिए कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस (Comprehensive Motor Insurance) लिया है, तो आप आंधी, चक्रवात, तूफान और ओलावृष्टि, बारिश या फिर बाढ़ जैसी किसी भी प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान के लिए क्लेम कर सकते हैं.

बीमा के दो कॉम्पोनेंट ऐसे करते हैं काम

इस पॉलिसी में दो कॉम्पोनेंट होते हैं. एक ऑन डैमेज और दूसरा थर्ड पार्टी कवर. ऑन डैमेज आपकी कार को आपदाओं या अन्य वजह से हुए नुकसान को कवर करता है और बीमा कंपनी आपके नुकसान का भुगतान करती है. आमतौर पर देखने को मिलता है कि बारिश या बाढ़ के पानी में फंसी गाड़ियों को इंजन से लेकर उसकी बॉडी तक को भारी नुकसान हो सकता है. हालांकि, बाजार में कई ऐसी बीमा पॉलिसी (Motor Insurance Policy) मौजूद हैं, जो इस तरह के डैमेज को कवर करती हैं. बस जरूरत है बीमा लेते समय आंख और कान खुले रखने की. फिर आप आसानी से नुकसान की भरपाई कर सकते हैं.

इस तरह क्लेम करें इंश्योरेंस

अपने पॉलिसी नंबर का इस्तेमाल कर संबंधित बीमा कंपनी के टोल-फ्री नंबर पर क्लेम के लिए रजिस्टर करें.
कंपनी की वेबसाइट से क्लेम फॉर्म डाउनलोड कर उसे भरें. सारे डॉक्यूमेंट जमा करें और क्लेम फॉर्म को सबमिट करें.
क्लेम अप्लाई के बाद कंपनी सर्वेयर या वीडियो सर्वे से वाहन की जांच होगी. इस दौरान सभी दस्तावेज अपने पास रखें.
वाहन का सर्वे पूरा होने पर सर्वेयर अपनी रिपोर्ट फाइल करेगा और ऐसा करने के बाद आपका इंश्योरेंस क्लेम आ जाएगा.

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