Tahawwur Rana’s Extradition: मुंबई में हुए 26/11 हमले का दोषी तहव्वुर राणा जल्द भारत लाया जाएगा. अमेरिकी के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. उसे साल 2009 में एफबीआई ने गिरफ्तार किया था. अब इसे लेकर भारत में राजनीति तेज हो गई है.
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि सरकार तहव्वुर को लाकर दिन इवेंट करेंगे. उन्होंने कहा, “अगर दम है तो दाऊद इब्राहिम को लेकर आइए न. छोटा शकील को लेकर आइए न. उनको क्यों नहीं आ रहे हैं. नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को लेकर क्यों नहीं आ रहे?”
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
संजय राउत का अमित शाह पर निशाना
संजय राउत ने कहा, “अमित शाह मुंबई में सिर्फ इसलिए आते हैं कि महाराष्ट्र को बदनाम करें, यहां के नेताओं को बदनाम करें. अमित शाह को जम्मू-कश्मीर में जाना चाहिए, मणिपुर में जाना चाहिए. जहां गृह मंत्री की सबसे ज्यादा जरूरत है.”
पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में वांछित है और भारत उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था. इससे पहले, वह सैन फ्रांसिस्को में नॉर्थ सर्किट के लिए अमेरिकी अपील कोर्ट समेत कई संघीय अदालतों में कानूनी लड़ाई हार चुका है. राणा ने 13 नवंबर को अमेरिकी उच्चतम न्यायालय के समक्ष पुनरीक्षण याचिका दायर की थी.
लश्कर-ए-तैयबा का मेंबर है तहव्वुर राणा
मुंबई हमले की 405 पन्नों की चार्जशीट में राणा का नाम भी आरोपी के तौर पर दर्ज है, जिसके मुताबिक राणा ISI और लश्कर-ए-तैयबा का मेंबर है. वह हमले का मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी डेविड कोलमैन हेडली की मदद कर रहा था. राणा को वर्तमान में लॉस एंजिलिस के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर’ में हिरासत में रखा गया है. इससे पहले अमेरिकी सरकार ने अदालत में दलील दी थी कि पुरीक्षण याचिका को खारिज किया जाना चाहिए.
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने हमला किया था. आतंकियों ने ताज महल होटल पैलेस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, कामा हॉस्पिटल, नरीमन हाउस, लियोपोल्ड कैफे, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, मेट्रो सिनेमा और सेंट जेवियर कॉलेज को निशाना बनाया था.