OYO या किसी दूसरे होटल से फोटो-वीडियो हो जाए लीक तो ऐसे करें इंटरनेट से डिलीट

इन दिनों इंटरनेट पर कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनमें लोगों के प्राइवेट मूमेंट इंटरनेट पर वायरल हो जाते हैं. नहीं तो डीपफेक फोटो-वीडियो बनाकर कोई वायरल कर देता है. ऐसे में लोग परेशान होकर गलत फैसले ले लेते हैं या डरकर रहना शुरू कर देते हैं लेकिन आपको इतना परेशान होने की जरूरत नहीं है. अगर आपके या किसी जानकार के साथ ऐसा हो तो आप उन्हें इस परेशानी से छुटकारा दिला सकते हैं. यहां हम आपको एक ऐसी वेबसाइट के बारे में बताएंगे जो आपको इस परेशानी से बाहर निकाल सकती है.

Advertisement

डीपफेक क्या है?

आज के डिजिटल दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने जहां जिदगी आसान बनाई है, वहीं इसका गलत इस्तेमाल भी तेजी से बढ़ रहा है. अब ऐसा समय आ गया है कि किसी का भी फोटो लेकर बिना उसकी जानकारी के उसे अश्लील तस्वीर में बदला जा सकता है. इसका शिकार खासतौर पर महिलाएं बन रही हैं. ये फोटो एकदम असली जैसे दिखते हैं जिन्हें ब्लैकमेलिंग और बदनाम करने के इरादे से इन्हें फैलाया जाता है. एक बार तस्वीर इंटरनेट पर आ गई तो हटाना बहुत मुश्किल हो जाता है.

कैसे काम करता है ये टूल?

इसके लिए आपको अपनी असली इमेज वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी. ये टूल आपकी इमेज का एक हैश मतलब डिजिटल फिंगरप्रिंट बनाता है.

ये हैश वैल्यू एक खास एल्गोरिदम से बनाई जाती है जो आपकी फोटो की पहचान को एक यूनिक कोड में बदल देती है.

फिर ये हैश को Facebook, Instagram जैसी पार्टनर वेबसाइट्स के साथ शेयर करता है ताकि अगर कोई उस फोटो को अपलोड करे, तो वो तुरंत ब्लॉक या हटाई जा सके.

इसे ऐसे समझिए जैसे आपकी फोटो की एक अनदेखी पहचान बन जाती है और अगर वही फोटो कहीं फिर से शेयर की जाती है, तो इंटरनेट के गेटकीपर उसे तुरंत पहचान लेते हैं और दिखने से पहले ही हटा देते हैं.

ऐसे हटाएं फोटो

अपनी डीपफेक या प्राइवेट मूमेंट की फोटो इंटरनेट से हटवाने के लिए आपको सबसे पहले StopNCII पोर्टल पर जाना होगा. इसके बाद यहां पर केस रजिस्टर करना होगा. ये करने के बाद वो फोटो-वीडियो अपलोड करें जिन्हें आप हटाना चाहते हैं. इसके अलावा अपनी ओरिजनल फोटो-वीडियो भी डालें, इसमें वो फोटो डालें जिनके साथ छेड़छाड़ करके अश्लील कंटेंट बनाया गया है. आप पोर्टल पर केस का स्टेटस भी देख सकते हैं.

StopNCII पोर्टल क्या है?

StopNCII पोर्टल को रेवेंज पोर्न हेल्पलाइन (RPH) मैनेज करती है. इंटरनेशनल चैरिटी ऑर्गेनाइजेशन RPH का दावा है कि उसने कई हजार लोगों की हेल्प की है. उनका रिमूवल रेट 90 प्रतिशत है.

Advertisements