उत्तर प्रदेश का बांदा जिला आजकल सुर्खियों में है. इसकी वजह है मंदिर और मस्जिद का विवाद. हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों का कहना है कि अगर बांबेश्वर पर्वत पर स्थित मंदिर के पास बनाई गई कथित अवैध मस्जिद को 30 दिन के अंदर नहीं हटाया गया तो वे ‘कारसेवा’ के लिए बाध्य हो जाएंगे. इस चेतावनी के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है. मौके पर पुलिस फोर्स लगाई गई है. साथ ही डीएम ने ADM और सिटी मजिस्ट्रेट को मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए हैं.
दरअसल, बांदा में प्रसिद्ध बांबेश्वर पर्वत के पास स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर के पास बनी मजार और मस्जिद का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आज विश्व हिंदू परिषद (VHP) के दर्जनों पदाधिकारियों ने डीएम के माध्यम से सीएम योगी को एक मांग पत्र भेजा है. साथ ही VHP ने जिला प्रशासन को चेताया है कि यदि पर्वत के पास बनी मस्जिद को 30 दिन में नहीं हटाया गया तो विश्व हिंदू परिषद और हिंदू धर्म के लोग ‘कारसेवा’ करने को तैयार हैं, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.
VHP के जिला अध्यक्ष का आरोप है कि प्रशासन कई बार इस मजार/मस्जिद की जांच कर चुका है लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला. हमने उन्हें 2009 के कानून का हवाला दिया, यह भी बताया कि इस पर्वत पर प्रभु श्रीराम ने भगवान शिव को जलाभिषेक किया था, यह पर्वत बहुत पुराना है. लेकिन कोरोना काल में कुछ लोगों ने अवैध रूप से यहां पर मजार का निर्माण कर दिया. फिर धीरे-धीरे इसे मस्जिद का रूप दे दिया. हालांकि, इस मामले में डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं.
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष चंद्रमोहन बेदी ने बताया कि बांदा के प्रसिद्ध शिव मंदिर और बांबेश्वर पर्वत के पास ये जो अवैध मजार और मस्जिद का निर्माण किया गया है, इसको हटाने के लिए हमने CM योगी को डीएम के माध्यम से एक मांग पत्र भेजा है. जिला प्रशासन को 30 दिन का समय दिया है कि इस अवैध मस्जिद को हटाया जाए वरना हम और पूरा हिंदू समाज मिलकर ‘कारसेवा’ शुरू करेंगे. क्योंकि, जिला प्रशासन ने पिछले कई सालों में कई बार जांच की लेकिन रिजल्ट कुछ नही निकाला. प्रशासन हीला हवाली कर रहा है.
इसलिए हमने जिला प्रशासन को 2009 के कानून का हवाला देते हुए मांग की है कि बगैर परमिशन के बने इस अवैध निर्माण को तत्काल गिराया जाए. कुछ लोगों ने कोरोना काल मे यह कारनामा किया है. हमारे प्रभु श्रीराम और बामदेव ऋषि ने यहां तपस्या की थी, पहाड़ में पत्थर हैं, तो ये मस्जिद कैसे आ गई. यदि 30 दिन में निस्तारण नहीं किया जाएगा तो हम खुद इसे हटाएंगे.
वहीं, बांदा के DM नगेन्द्र प्रताप ने VHP के मांगपत्र पर ADM और सिटी मजिस्ट्रेट को मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए हैं. ADM राजेश कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में है, जांच करके आगे की कार्रवाई की जा रही है. मौके पर शांति-व्यवस्था कायम है.