कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण जमीन घोटाले के संबंध में कर्नाटक बीजेपी के आरोपों का जवाब देने के लिए OBC कार्ड का सहारा लिया. उन्होंने कहा कि वह पिछड़े वर्ग से आते हैं और दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं और इससे सब कोई ईर्ष्या करते हैं. उन्होंने कहा, “मेरे खिलाफ साजिशें चल रही हैं लेकिन मैं उनसे डरने वाला नहीं हूं.” उन्होंने कहा कि अगर (BJP सरकार की तरफ से) जमीन गलत दे दी गई है तो जमीन वापस ले लें और हमें हमारा हक दे दें.
सिद्धारमैया के खिलाफ खड़े हुए इस विवाद का आधार ये है कि धोखाधड़ी से जमीन गंवाने वालों को जमीन आवंटित किए गए थे, जिनमें सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती को दी गई जमीन भी शामिल है. उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी की जमीन MUDA (मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण) ने अवैध रूप से ले ली थी और जब मैं 2014 में सीएम था तो उन्होंने मुआवजे के लिए आवेदन दायर किया था.”
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि उन्होंने अपनी पत्नी को यह कहते हुए मना कर दिया था कि जबतक “मैं CM हूं तबतक मुआवजे के लिए आवेदन दायर न की जाए.” बाद में 2020-21 में उन्होंने बीजेपी सरकार के पास मुआवजे के लिए आवेदन दायर किया और सरकार ने उन्हें जमीन आवंटित की.
सिद्धारमैया ने कहा, “अगर BJP को लगता है कि हमें दी गई जमीन ज्यादा महंगी है तो जमीन वापस ले ली जाए और हमें हमारा हक दिया जाए.” उन्होंने कहा, “मुझे निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि मैं OBC से आता हूं और दूसरी बार मुख्यमंत्री बना हूं. BJP सिर्फ मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाने की कोशिश कर रही है.”