Uttar Pradesh: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पूर्व मन्त्री रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि युद्ध विराम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का बयान भारत की सम्प्रभुता पर हमला है. भारत सरकार को इसकी निन्दा करनी चाहिए. इसे लेकर उनसे जवाब तलब करना चाहिए. उन्होंने कहा है कि जवाब तलब में ट्रम्प उचित सफाई नहीं देते हैं तो भारत सरकार को अमेरिका से सभी संबंध तोड़ लेना चाहिए.
गुरुवार को अपने आवास पर पत्रकारों और समाजवादी साथियों से बातचीत में पूर्व मन्त्री रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान युद्धविराम एक बड़ा फैसला है. इस संबंध में भारत सरकार ने कहा है कि यह फैसला दोनों देशों के बीच आपसी बातचीत का परिणाम है. इसके लिए 10 मई को दोपहर 3:35 बजे दोनों देशों के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) ने फोन पर बातचीत की और युद्ध विराम की सहमति बनने बाद 10 मई को शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य कार्रवाइयां रोक दी गईं.
भारत सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं है। पूर्व मन्त्री राम गोविन्द चौधरी ने कहा है कि भारत सरकार से पहले इस युद्ध विराम क़ी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क़ी और कहा यह युद्ध विराम उन्होंने कराया है जो अमेरिकी मध्यस्थता के बाद “रात की लम्बी बातचीत” से संभव हुआ.
पूर्व मन्त्री रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि इस युद्ध विराम का एलान भी भारत सरकार से पहले ट्रम्प ने किया और कहा कि यह युद्ध विराम हमने कराया है। भारत सरकार की घोषणा के बाद भी ट्रम्प अपने एलान पर कायम है.श्री चौधरी ने कहा है कि ट्रम्प का यह रवैया भारत का अपमान है. ट्रम्प अपने बयान को वापस नहीं लेते हैं तो भारत को अमेरिका से सारे संबंध तोड़ लेना चाहिए.
अन्त में सभी लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव के नेतृत्व में में हम सभी समाजवादी शहीद परिवारों के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे.