योग गुरु बाबा रामदेव ने मंगलवार को बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों, घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर हो रहे लक्षित हमलों की निंदा की. उन्होंने केंद्र सरकार से पड़ोसी देश में हिंदू अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए राजनीतिक और कूटनीतिक रूप से हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग भारत में भी अस्थिरता पैदा करने के इरादे से सोशल मीडिया पर बांग्लादेश की घटना का महिमामंडन कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्ती बरतने की जरूरत है.
#WATCH | Yog Guru Baba Ramdev says, "The way the fundamentalist forces of Islam are carrying out well-planned attacks on Hindu homes, Hindu temples and business establishments in Bangladesh is very shameful and dangerous. I fear that in future India will have to remain alert so… pic.twitter.com/aueH3TMyrE
— ANI (@ANI) August 6, 2024
बाबा रामदेव ने कहा, ‘बांग्लादेश में हमारे हिंदू भाइयों-बहनों पर किसी भी प्रकार की क्रूरता, जुल्म, ज्यादती न हो, नाइंसाफी न हो, इसके लिए पूरे देश को एकजुट रहना होगा. जिस तरह से दुनिया में इस्लामिक कट्टरवाद बढ़ रहा है और अब भारत के पड़ोस में भी उसने दस्तक दे दी है, वह हमारे देश के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है. मुझे डर है कि हिंदू बेटियों की इज्जत पर बात नहीं आ जाए. बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथी जो हिंदुओं के साथ कर रहे हैं वो गलत है. हमें भारत में एकजुट होकर दुनिया को हिंदुओं की ताकत दिखानी होगी.’
रामदेव ने कहा, ‘बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा चरम पर है. जमात-ए-इस्लामी और तमाम कट्टरपंथी ताकतें अपनी क्रूरता दिखा रही हैं. ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर हम बांग्लादेश बना सकते हैं, तो हमारे हिंदू भाइयों की रक्षा के लिए हम वहां हस्तक्षेप भी कर सकते हैं. उनकी (इस्लामिक कट्टरपंथी) रक्षा करने के लिए कुछ ऐसे राजनीतिक लोग, सामाजिक और धार्मिक आतंकी हैं, जो चाहते हैं कि बांग्लादेश जैसी स्थिति भारत में हो जाए. ऐसे लोगों को भी रोकना पड़ेगा.’
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने पर आरएसएस के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश मामले पर भारत सरकार उचित कदम उठाए. हम सरकार से निवेदन कर रहे हैं कि वहां के हिंदू सुरक्षित रहें, यह सुनिश्चित किया जाए. हमें विश्वास है की सरकार उचित कदम उठाएगी.’ बाबा रामदेव और भैयाजी जोशी के बयान बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के एक दिन बाद आए हैं. बता दें कि शेख हसीना ने 5 अगस्त, 2024 को बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़ दिया था और फिलहाल भारत में हैं.
उनकी सरकार के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन हिंसक होने के बाद हसीना को इस्तीफा देने और बांग्लादेश से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा. फिलहाल बांग्लादेश में सेना ने मोर्चा संभाला है और अंतरिम सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है. नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है. बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन की अध्यक्षता में हुई एक अहम बैठक में यह फैसला लिया गया. इस बैठक में देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख और छात्र आंदोलन का नेतृत्व कर रहे प्रमुख छात्र यूनियनों के नेता भी शामिल थे.