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पत्नी गर्भवती हो तो… पति को नहीं करने चाहिए ये काम, जानें धार्मिक महत्व

हिंदू धर्म में कई रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है. जब पत्नी गर्भवती होती है, तो पति को कुछ अनुष्ठानों का पालन करना पड़ता है. ऐसा माना जाता है कि तभी पत्नी खुश रहेगी और परिणामस्वरूप होने वाला बच्चा भी खुश और स्वस्थ रहेगा. गर्भवती पत्नी की इच्छा पूरी करने से होने वाला बच्चा लंबे समय तक स्वस्थ रहता है. इसीलिए बड़े-बुजुर्ग कहते हैं कि यही पति का मुख्य कर्तव्य है. आइए जानते हैं हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार कुछ ऐसी बातें जो पत्नी के गर्भवती होने पर पति को नहीं करनी चाहिए.

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पत्नी के गर्भवती होने पर घर में नया जीवन आने की खुशी होती है. यह समय पति-पत्नी के लिए बेहद खास होता है. धर्म और संस्कृति के अनुसार, इस दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. कई धर्मों में क्रोध को एक नकारात्मक भावना माना जाता है. गर्भावस्था के दौरान क्रोध से घर का वातावरण दूषित होता है और गर्भस्थ शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. क्रोध से निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा गर्भस्थ शिशु को प्रभावित कर सकती है.

पत्नी के गर्भवती होने पर पति को नहीं करने चाहिए ये काम

  1. अगर पत्नी गर्भवती हो तो समुद्री यात्रा पर नहीं जाना चाहिए. इसके अलावा पति को समुद्र में स्नान भी नहीं करना चाहिए.
  2. पत्नी के गर्भवती होने पर पति को बाल काटना नहीं चाहिए. 8 महीने का होने पर शेव भी न करें.
  3. गर्भवती महिलाओं के पतियों को शव नहीं ले जाना चाहिए. कम से कम मृतक के शव को ले जाते समय उनका पीछा नहीं किया जाना चाहिए. गांवों में आज भी इसका सख्ती से पालन किया जाता है.
  4. गर्भवती महिला को विदेश यात्रा नहीं करनी चाहिए. जो पति अपनी पत्नी को छोड़ देता है उसे भी दूर की यात्रा नहीं करनी चाहिए.
  5. गर्भावस्था के 7 महीने के बाद तीर्थ यात्रा पर नहीं जाना चाहिए और न ही वहां तालनीला चढ़ाना चाहिए.
  6. घर के लिए वास्तु कर्म या अन्य संस्कारों से बचना चाहिए.
  7. जो फल पूरी तरह से पके नहीं हैं और जो फूल पूरी तरह से पके नहीं हैं उनकी कटाई न करें.
  8. अगर आप इनका पालन करते हैं तो पति-पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत होता है और जीवन में खुशियां बनी रहती हैं.
  9. कई धर्मों में कुछ खाद्य पदार्थों को अशुद्ध माना जाता है. गर्भवती महिला को इनका सेवन नहीं करना चाहिए.
  10. अशुद्ध भोजन से गर्भवती महिला और उसके गर्भस्थ शिशु दोनों की सेहत बिगड़ सकती है.
  11. सभी धर्मों में सत्य बोलने का महत्व बताया गया है. गर्भावस्था के दौरान झूठ बोलने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है.

जानें क्या कहते हैं बुजुर्ग

बड़े-बुज़ुर्गों का कहना है कि जब पत्नी गर्भवती हो तो पति को ये सभी रीति-रिवाज़ अपनाने चाहिए. गांवों में ये प्रथाएं आज भी चल रही हैं. ऐसा कहा जाता है कि यह पति-पत्नी के बीच रिश्ते को मजबूत करने का एक अच्छा तरीका है. इसके अलावा, गर्भवती पत्नी कुछ खाद्य पदार्थ और फल खाना चाहती है. खाना भी खूब खाया जाता है. कभी-कभी यदि आपको बहुत अधिक उल्टी होती है, तो आप अधिक नहीं खाते हैं. ऐसे समय में पति को अपनी पत्नी की स्थिति के अनुसार ही काम करना चाहिए. परंपराएं कहती हैं कि तभी गर्भवती महिला स्वस्थ रहेगी, जब पति उनका अच्छे से ख्याल रखें.

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