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अगर आपको भी लग गई है सोशल मीडिया चलाने की लत, तो ये खबर आपके लिए है

  1. इंटरनेट स्मार्टफोन के इस्तेमाल ने लोगों को सोशल मीडिया का आदी बना दिया है। आज के इस डिजिटल जमाने में सोशल मीडिया लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। युवा पीढ़ी कई घंटे इस पर बर्बाद कर रही है। दोस्तों सहित परिवार से जुड़ने, जानकारी हासिल करने और मनोरंजन करने के लिए बढ़ चढ़कर इसका इस्तेमाल हो रहा है। लेकिन क्या आपको पता हैं कि इसके बुरे प्रभाव भी हो सकते हैं, खासकर जब बात मानसिक स्वास्थ्य की आती है तो, अध्ययनों से पता चला है कि सोशल मीडिया युवाओं में तनाव का एक प्रमुख कारण बनता जा रहा है।
    सोशल मीडिया से कैसे होता हैं मानसिक तनाव ?
    जब लोग सोशल मीडिया पर अपना ज्यादा समय बिताते हैं तो वे अपनी दूसरी गतिविधियों जैसे काम, पढ़ाई, दोस्ती और पारिवारिक रिश्तों से कटने लगते हैं और यह स्थिति उन्हें अकेला कर देती हैं और फिर वो मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं।
    बता दे की अक्सर हम दूसरों की खुशहाल ज़िंदगी की तस्वीरें देखते हैं, जो हमारे अंदर वैसा बनने की चाहत पैदा कर सकती हैं। जिसके बाद हमारा दिमाग पर काबू नहीं रह पाता है जिसके बाद युवा अपनी तुलना दूसरों से करने लगते हैं, जिससे उनमें हीन भावना और तनाव पैदा हो जाता है।
    वहीं इस मामले में मनोरोग विभाग के डॉक्टर बताते हैं कि आज युवा देर रात तक स्मार्टफोन का प्रयोग करते हैं जिससे उनका रूटीन सिस्टम गड़बड़ा गया हैं। डॉ. आगे बताते हैं कि लेट नाइट सोने से हमारी नींद पूरी नहीं होती है जिससे हम वे चिड़चिड़ा बन जाते हैं। वहीं रात को देर तक सोशल मीडिया का प्रयोग करने से आंखों में नींद के लिए जिम्मेदार मेलोटोनियम हॉर्मोन रिलीज नहीं हो पाता है।
    वहीं सोशल मीडिया आपको लगातार यह एहसास दिलाता है कि हम कुछ न कुछ मिस कर रहे हैं। यह डर जिसे फोमो के नाम से जाना जाता है। मानसिक तनाव और चिंता का कारण बन सकता है।
    फोमो
    सोशल मीडिया लगातार हमें ये एहसास दिलाता है कि हम अपने जीवन में कुछ न कुछ मिस कर रहे हैं। यह डर जिसे फोमो के नाम से जाना जाता है।
    साइबर बुलिंग
    सोशल मीडिया पर कई बार युवाओं को ऑनलाइन उत्पीड़न और धमकियों का सामना करना पड़ता है। जिससे उनमें मानसिक तनाव हो जाता है।
    नींद की कमी
    सोशल मीडिया का उपयोग नींद की कमी का कारण बन सकता है। जिससे थकान, चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में कमी होती है। बता दे कि ये सभी तनाव के लक्षण हैं।
    बुरे प्रभावों से बचने के समाधान
    1. आप सबसे पहले ये तय करें कि आपको एक दिन या हफ्ते में सोशल मीडिया पर कितना समय बिताना चाहते हैं और उस पर टिके रहें।
    2. आपको परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना चाहिए।
    3. अक्सर लोग सोशल मीडिया पर अपनी सबसे अच्छी ज़िंदगी दिखाते हैं इसलिए दूसरों के साथ खुद की तुलना करने से बचें।
    4. ऐसी खबरों और पोस्टों से बचें जो आपको परेशान कर सकती हैं।
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