केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने शनिवार को जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर के लोगों से हथियार छोड़ने का अनुरोध किया है. उन्होंने मणिपुर के लोगों से बातचीत के लिए आने का अह्वान किया है. ताकी राज्य में शांति का स्थायी समाधान निकाला जा सके. केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारत सरकार हर कोशिश करने को तैयार है लेकिन उसके लिए सभी को हथियार छोड़ना होगा.
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रीजीजू गैर सरकारी संगठन ‘माय होम इंडिया’ द्वारा आयोजित नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स फेस्टिवल को संबोधित करते हुए यह बात कही है. पूर्वोत्तर छात्र महोत्सव 2024 दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित की गई है. जहां उन्होंने कहा, ‘केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तहत पूर्वोत्तर में अभूतपूर्व विकास हो रहा है. इस क्षेत्र के लोगों को एक सुनहरा अवसर मिल रहा है.’
शांति के लिए बातचीत की मेज पर आना होगा
किरेन रीजीजू ने नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स फेस्टिवल में कहा, ‘मैं कुकी भाइयों-बहनों से आग्रह करता हूं कि भारत सरकार हर कोशिश करने के लिए तैयार है लेकिन आपको हथियार छोड़ना होगा. यदि आप हथियार उठाएंगे तो कोई समाधान नहीं निकल सकता.’ उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान केवल और केवल बातचीत के जरिए ही निकाला जा सकता है.
संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा, ‘कोई भी समाधान केवल बातचीत के जरिये ही निकाला जा सकता है. चाहे कुछ भी हो, आप एक दूसरे से नहीं लड़ सकते. अगर आप एक दूसरे से बात करते हैं, बातचीत की मेज पर आते हैं, तभी हम स्थायी शांति स्थापित कर सकते हैं.’
I also appealed to people of Manipur to join Govt's efforts for peace. Arms and violence will not earn peace but dialogue and love can bring peace & prosperity. Don't listen to those who have political interests and trying to push our North East back into those dark violent days https://t.co/DyVnjjCEbP
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) September 22, 2024
समाधान निकालने की दिशा में आगे बढ़ना होगा
पिछले साल 3 मई से मणिपुर में जातीय हिंसा जारी है. यह हिंसा भड़की जब बहुसंख्यक मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिये जाने की मांग की गई. और इसके विरोध में पूर्वोत्तर राज्य के पर्वतीय जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च निकाला गया था. हिंसा में कुकी और मेइती, दोनों समुदायों के सदस्यों और सुरक्षाकर्मियों सहित अब तक 220 से अधिक लोग मारे गए हैं.
केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने आगे कहा कि पिछले 10 साल में पूर्वोत्तर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है. उन्होंने कहा, ‘यह हम सभी के लिए एक सुनहरा अवसर है. ऐसे समय में मणिपुर के लोगों को हिंसा छोड़कर बातचीत के जरिए समाधान निकालने की दिशा में आगे बढ़ना होगा.’