भारत दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाली इकोनॉमी है. जाहिर है जब देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी तो लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा और उनकी इनकम भी बढ़ेगी. इकोनॉमी को बढ़ाने में हर किसी का योगदान होता है. फैक्ट्रियां सामान बनाती हैं तो लोग उन्हें खरीदते हैं. इसी सबके असर से अर्थव्यवस्था की चाल बढ़ती चली जाती है और इसी साइकिल के जारी रहने से लोगों की जेब में ज्यादा पैसा पहुंचता है.
ऐसे में नौकरीपेशा के मन में भी ये सवाल आ रहा है कि अगले साल उनको सैलरी इंक्रीमेंट के नाम पर कंपनियों से क्या मिल सकता है. इसका जवाब WTW की ताजा रिपोर्ट से सामने आया है, जिसमें दावा किया गया है कि कारोबार जगत अगले साल अपने कर्मचारियों के वेतन में साढ़े 9 फीसदी तक इजाफा कर सकता है. ये आंकड़ा 2024 में हुई वेतन बढ़ोतरी के बराबर ही है.
WTW की रिपोर्ट में सैलरी को लेकर खुलासा
आइए अब जानते हैं किस सेक्टर में कितनी तनख्वाह बढ़ने का अनुमान WTW की रिपोर्ट में जताया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि फार्मा सेक्टर में सबसे ज्यादा 10 फीसदी सैलरी इंक्रीमेंट का अनुमान है. वहीं मैन्युफैक्चरिंग में 9.9 परसेंट, इंश्योरेंस में 9.7 फीसदी, कैप्टिव और एसएसओ सेक्टर में 9.7 परसेंट, रिटेल में 9.6 फीसदी की वेतन बढ़ोतरी होने का अनुमान है.
ये इजाफा औसत सैलरी इंक्रीमेंट से ज्यादा रहेगा. लेकिन रोजगार देने के मामले में सभी सेक्टर्स पर भारी पड़ने वाले सॉफ्टवेयर और बिजनेस सर्विसेज में 9 फीसदी तक की वेतन बढ़ोतरी हो सकती है. इस सेक्टर में सैलरी इंक्रीमेंट औसत साढ़े 9 परसेंट से नीचे रहने का अनुमान है.
WTW की नवीनतम वेतन बजट योजना रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में होने वाली ये संभावित वेतन बढ़ोतरी पूरे क्षेत्र में सबसे ज्यादा है. रिपोर्ट में जिन दूसरे देशों के इंक्रीमेंट की बात कही गई है उनमें भारत के बाद वियतनाम में 7.6 परसेंट सैलरी इंक्रीमेंट का अनुमान है.
सबसे ज्यादा फार्मा सेक्टर में बढ़ सकती है सैलराी
इसके बाद इंडोनेशिया में साढ़े 6 फीसदी वेतन बढ़ोतरी का अनुमान है. वहीं फिलीपींस में 5.6 परसेंट सैलरी इंक्रीमेंट की उम्मीद लगाई गई है, जबकि चीन में 5 फीसदी वेतन बढ़ोतरी का अंदाजा है और थाईलैंड में 5 परसेंट सैलरी इंक्रीमेंट का अनुमान है. यानी कुल मिलाकर अगले साल मजबूत वेतन बढ़ोतरी के आसार WTW की रिपोर्ट में जाहिर किए गए हैं.
वेतन बजट योजना से जुड़ी रिपोर्ट WTW के रिवार्ड्स डेटा इंटेलिजेंस प्रैक्टिस ने कम्पाइल की है. ये सर्वे अप्रैल और जून तिमाही में किया गया था. इस दौरान दुनिया भर के 168 देशों की कंपनियों से करीब 32 हजार प्रतिक्रियाएं ली गई थीं. सर्वे में भारत से 709 प्रतिभागी शामिल किए गए थे.
WTW इंडिया के मुताबिक भारत में कंपनियां विकास के बारे में भरोसेमंद हैं. अब इस्तीफे का दौर पीछे छूट गया है. कंपनियां और कर्मचारी दोनों स्थिरता को प्राथमिकता दे रहे हैं और बाजार की भावना भी स्थिर बनी हुई है.