आईएफएस अफसर निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता एक बार फिर से चर्चा में हैं. इस बार एक महिला डॉक्टर ने दोनों पर ठगी का मामला दर्ज कराया है. निहारिका के पति पर पहले से ही अरबों रुपये की ठगी के मामले में केस चल रहा है इसी बीच एक महिला डॉक्टर ने उनके नाम पर धोखाधाड़ी करने का केस दर्ज कराया है. पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज कर लिया है. निहारिका के पति अजीत फिलहाल धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद हैं.
आईएफएस अफसर निहारिका सिंह और उनके पति पर लखनऊ के गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. एक महिला डॉक्टर ने निहारिका और उनके पति पर 1.41 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया है. निहारिका के पति पर पहले से ही अनी बुलियन नाम की कंपनी में इनवेस्ट हुए पैसे हड़पने का आरोप है. पैसे भी थोड़े-बहुत नहीं पूरे 600 करोड़ रुपये. जी हां, 600 करोड़ की ठगी के आरोप में फिलहाल अजीत जेल में है. इस धोखाधड़ी वाले मामले में आईएफएस निहारिका सिंह से भी पिछले साल ईडी दफ्तर में लंबी-लंबी पूछताछ हो चुकी है. हालांकि, उस वक्त निहारिका ने अपने पति की कंपनी में किसी भी तरह के दखल से साफ इनकार किया था.
कहां से हुई रिश्ते की शुरुआत
अब यह दंपत्ति फिर से चर्चा में है, क्योंकि पिछले मामलों में अभी तक कोर्ट की ओर से कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है. नई एफआईआर की वजह से लोगों के जेहन में फिर से इस दंपत्ति के नाम को ताजा कर दिया है. निहारिका और उनके पति की पिछली जिंदगी की बात की जाए तो अरबों रुपये के फ्रॉड का आरोप झेल रहा अजीत अयोध्या के अमानीगंज ब्लॉक का रहने वाला है. निहारिका सिंह 2006 बैच की आईएफएस अधिकारी हैं और वह टोक्यो और पूर्वी एशियाई देशों में दक्षिणी अफ्रीका डिवीजन की डिप्टी चीफ रह चुकी हैं. फिलहाल वह इंडोनेशिया में तैनात हैं. निहारिका और अजीत की मुलाकात दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी के वक्त हुई थी. निहारिका ने आईएफएस क्लीयर कर लिया जबकि अजीत कुछ नहीं कर सका. इसके बाद निहारिका और अजीत ने शादी कर ली.
कंपनी ने बना दिया अरबपति
2010 में अजीत ने अयोध्या में एक चिटफंड कंपनी खोली जिसका नाम रखा अनी बुलियन. इस कंपनी का पहला ऑफिस अयोध्या के कुमारगंज में खोला गया. इस चिटफंड कंपनी का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ता गया और देखते ही देखते इसने अपने ऑफिस कई बड़े शहरों मे भी खोल दिए. इस कंपनी ने लोगों को 1 लाख रुपये इनवेस्ट करने पर 5 हजार रुपये हर महीने देने का दावा किया था. शुरुआत में पैसे भी दिए जा रहा थे जिससे लोगों का विश्वास बढ़ता गया. इस कंपनी में ज्यादातर पैसा अधिकारियों, कर्मचारियों और किसानों ने इनवेस्ट किया था. किसानों को जमीन के मुआवजे का जो पैसा मिला था वह उन्होंने सारा इसी कंपनी में डाल दिया था. इस वजह से देखते ही देखते अजीत अरबपति बन गया.
कई शहरों में दर्ज मुकदमे
आईएफएस निहारिका सिंह और पति अजीत गुप्ता पर देश के कई शहरों में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. 600 करोड़ घोटाले के मामले में ईडी ने जांच की थी. जांच के दौरान अजीत के साथ-साथ निहारिका सिंह से भी पूछताछ हुई थी. हालांकि ईडी की पूछताछ में निहारिका ने अपने पति के काम में अपने किसी भी तरह के दखल से साफ इनकार किया था. दोनों पति-पत्नी के खिलाफ अयोध्या, लखनऊ, कानपुर, दिल्ली, मुंबई समेत कई शहरों में भी शिकायत दर्ज की गई है. ईडी इस मामले में कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की संपत्ति अटैच कर चुकी है.