गरियाबंद में जिला प्रशासन ने अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। कब्रिस्तान से लगी नेशनल हाईवे किनारे बनी एक व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स की 22 दुकानें तोड़ दी गईं। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए आधी रात से ही पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
नगर पालिका से बिना भवन अनुज्ञा लिए इन दुकानों का निर्माण किया गया था। नगर पालिका के प्रतिवेदन के बाद सुनवाई के दौरान गरियाबंद एसडीएम ने इसे अवैध निर्माण घोषित किया था। कार्रवाई के लिए सुबह 5 बजे पुलिस प्रशासन की टीम छह फोकलेन मशीनों के साथ मौके पर पहुंची।
कार्रवाई के समय मौके पर मौजूद थे अधिकारी
अपर कलेक्टर पंकज डाहिरे की मौजूदगी में दो एसडीएम, दो तहसीलदार, दो नायब तहसीलदार सहित राजस्व और नगर पालिका के 6 से अधिक राजपत्रित अधिकारी मौके पर मौजूद थे। हालांकि, दूसरे पक्ष ने एसडीएम के आदेश के खिलाफ राजस्व मंडल में मामला दर्ज कराया है। अपर कलेक्टर पंकज डाहिरे ने कार्रवाई की पुष्टि की है।
200 से अधिक पुलिस जवान तैनात
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने आधी रात से ही नगर को छावनी में बदल दिया था। जिले के सभी निरीक्षक और बल सहित 200 से अधिक पुलिस जवान शहर के हर कोने में तैनात किए गए थे। पुलिस ने अपने सभी तंत्र रात से ही सक्रिय कर दिए थे। प्रशासन कार्रवाई के दौरान या उसके बाद किसी भी प्रकार की स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए अलर्ट मोड पर है।