सोनभद्र : ओबरा इंटर कॉलेज को बचाने के लिए ग्रामीणों और विद्यार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा है. डीएवी प्रबंधन की कथित मनमानी के खिलाफ उन्होंने मोर्चा खोल दिया है और एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
अमरनाथ उजाला और अमरनाथ यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन:
पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य अमरनाथ उजाला और विधानसभा महासचिव ओबरा सपा अमरनाथ यादव के नेतृत्व में ग्रामीणों ने डीएवी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने बच्चों के शोषण, गाली-गलौज और बिना रसीद के अवैध फीस वसूली के खिलाफ आवाज उठाई. मुख्य महाप्रबंधक के खिलाफ भी नारेबाजी की गई और न्याय की गुहार लगाई गई.
डीएवी पर लगे गंभीर आरोप:
ग्रामीणों ने डीएवी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें शामिल हैं. विद्यालय में सभी विषयों के प्रवक्ता नहीं हैं. प्रयोगशाला बंद पड़ी है और प्रयोगात्मक के समान नहीं खरीदे गए हैं. छात्रों से 3,000 रुपये से अधिक फीस वसूली जाती है, लेकिन रसीद नहीं दी जाती.फर्जी क्रय समिति बनाकर विद्यालय की फीस हड़प ली जाती है.
डीएवी ने खेल मैदान पर अवैध कब्जा कर लिया है. सत्र 2023-24 में छात्रों का वजीफा फार्म जानबूझकर अग्रसारित नहीं किया गया.विद्यालय परिसर के कई हरे पेड़ों को नियम विरुद्ध कटवा दिया गया.डीएवी के प्रधानाचार्य अवैध रूप से अंकपत्र और अन्य सरकारी प्रपत्रों पर हस्ताक्षर कर रहे हैं.
निगम प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप:
ग्रामीणों ने स्थानीय निगम प्रशासन के कुछ अधिकारियों पर भी डीएवी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ये अधिकारी डीएवी के अवैध कामों पर पर्दा डाल रहे हैं और उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
आंदोलन की चेतावनी:
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर डीएवी के नियंत्रण से ओबरा इंटर कॉलेज को जल्द ही मुक्त नहीं किया गया, तो वे एक निर्णायक आंदोलन करेंगे.
ग्रामीणों की मांगें:
ग्रामीणों ने उच्च निगम प्रबंधन से डीएवी के भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की है.
प्रदर्शनकारियों में शामिल:
दिनेश कुमार, अंकुश कुमार, मिठाई लाल भारती, दिलीप भारती, हनुमान प्रजापति, संतोष कुमार, श्रीकांत कुमार, रमाशंकर भारती आदि मौजूद रहे हैं.