बहराइच : उत्तर प्रदेश के बहराइच में थानाध्यक्ष कैसरगंज हरेंद्र मिश्रा ने पेश की अनोखी मिशाल अपने माता-पिता को खो चुके दो बच्चों को तमाम दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है. खाने के भी लाले पड़े हुए हैं. बीमारी से एक बच्चे की आंख की रोशनी भी जा चुकी है, इसके बावजूद किसी ने भी उनकी मदद करना उचित नहीं समझा. विगत दिनों सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रेश शास्त्री जो जनपद महाराजगंज के रहने वाले हैं.
कैसरगंज के ग्राम भखरौली कनपुरवा भ्रमण पर गए हुए थे। उन्हें पता चला कि इस गांव के दो बच्चे आदित्य व अर्चना दोनों असहाय रूप से किसी तरह अपना गुजारा कर रहे हैं और वह अपने चाचा के सहारे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर थानाध्यक्ष ने गांव पहुंच कर मदद की.
कैसरगंज के कनपुरवा में शास्त्री बच्चों के घर पहुंचे. उन दोनों से बातचीत की तो पता चला कि आदित्य व अर्चना दोनों भाई-बहन है तथा लगभग 5 साल पूर्व उनके माता-पिता का देहांत हो चुका है तथा एक भाई की भी मौत हो चुकी है. घर भी खंडहर में तब्दील हो गया है तथा उन्हें तमाम परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है.
चंद्रेश शास्त्री ने इसकी लिखित रूप से जानकारी एसडीएम व प्रभारी निरीक्षक को दी प्रभारी निरीक्षक हरेंद्र कुमार मिश्रा ने तत्काल गांव पहुंचकर दोनों अनाथ बच्चों से मुलाकात की तथा उन्हें कपड़े, खाने का सामान, चप्पल व पढ़ाई के लिए कॉपी-किताब उपलब्ध कराया तथा अपने हाथों से उन्हें खाना भी खिलाया. उन्होंने उपस्थित लोगों से इन बच्चों की हर संभव मदद करने की अपील की. प्रभारी निरीक्षक द्वारा उठाए गए इस कदम की ग्रामीण सराहना कर रहे हैं. क्षेत्रीय ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से असहाय बच्चों की मदद की गुहार लगाई है.