बिलासपुर। चकरभाठा थाना क्षेत्र की लक्ष्मीन चंद्राकर (60) ने अपने बेटे और बहू के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि मनहरण चंद्राकर और बहू चित्ररेखा चंद्राकर उन्हें टोनही कहकर प्रताड़ित कर रहे हैं और उनके घर-जमीन पर कब्जा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। लक्ष्मीन ने बताया कि 20 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे बेटे-बहू ने उनसे विवाद किया और मारपीट की।
महिला ने जब थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस ने उनकी फरियाद पर कोई कार्रवाई नहीं की और उन्हें थाने से भगा दिया। इसके बावजूद लक्ष्मीन ने सबूत के तौर पर गवाहों का नाम दिया। थाने की न सुनवाई से परेशान होकर महिला ने मामले की शिकायत सीधे आईजी संजीव शुक्ला से की, जिसमें बेटे और बहू के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
लक्ष्मीन ने बताया कि उनकी निजी जमीन खसरा नंबर 844/3, लगभग 1500 वर्गफुट, पर वे दो कमरे का मकान बनाकर रहती हैं। बेटे-बहू लगातार इस मकान-जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं और इसके लिए उन्हें घर छोड़ने के लिए दबाव डालते हैं। इसके अलावा, उन्हें टोनही कहकर मानसिक प्रताड़ना भी दी जाती है।
महिला ने यह भी बताया कि बेटे और बहू ने उसे जान से मारने की धमकी दी है और आए दिन मारपीट की जाती है। पुलिस की नाकामी के कारण उन्होंने आईजी कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई। आईजी कार्यालय में पुलिस अफसरों ने महिला को आश्वासन दिया कि मामले की उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला पारिवारिक विवाद के साथ-साथ संपत्ति से जुड़ा विवाद भी बन गया है। महिला का कहना है कि बेटे-बहू का मकसद केवल उनकी जमीन और मकान पर कब्जा करना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आईजी से शिकायत करने के बाद उनके साथ न्याय होगा और बेटे-बहू के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय प्रशासन अब इस मामले पर नजर बनाए हुए है और आईजी संजीव शुक्ला की संस्तुति के बाद पुलिस कार्रवाई कर सकती है। लक्ष्मीन की शिकायत में पारिवारिक हिंसा और संपत्ति के विवाद के स्पष्ट सबूत मौजूद हैं। यह मामला परिवार के अंदर उत्पीड़न और अवैध दबाव की गंभीरता को उजागर करता है, जिसमें पुलिस की भूमिका और जवाबदेही भी सवालों के घेरे में है।