दमोह जिले के ग्रामीण अंचल मे कनिष्ठ अभियंता सरिता रावत ने बताया कि इन गांवों से बीते कुछ समय से लगातार अनावश्यक लोड, केबिल जलने, ट्रांसफार्मर खराब होने और डीओ गिरने जैसी शिकायतें मिल रही थीं.जब मौके पर जांच की गई तो सामने आया कि गांव के कई उपभोक्ता चोरी की बिजली से हीटर चला रहे थे.
दमोह जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी की बिजली से खाना बनाना अब आम बात होती जा रही है.मंगलवार शाम बिजली विभाग की टीम ने जब कुछ गांवों में छापामार कार्रवाई की, तो कई घरों में लोगों को चोरी की बिजली से हीटर पर खाना बनाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया.इस दौरान एक दर्जन से अधिक घरों से हीटर जब्त कर बिजली चोरी के मामले दर्ज किए गए.
यह मामला दमोह दक्षिण संभाग के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण वितरण केंद्र के गांवों का है.बिजली चोरी की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद कार्यपालन अभियंता एमएल साहू के निर्देशन और कनिष्ठ अभियंता सरिता रावत के नेतृत्व में विशेष जांच टीम गठित की गई। टीम ने हथिनी, भूरी, जोरतला और बढ़याऊ सहित कई गांवों में छापामार कार्रवाई की.
छापे के दौरान पाया गया कि कई ग्रामीण अवैध कनेक्शन लेकर नंगे तारों के जरिए हीटर चला रहे थे और उसी पर खाना बना रहे थे.यह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है.पर ही एक दर्जन से अधिक घरों से बिजली से चलने वाले हीटर जब्त कर पंचनामा तैयार किया गया और विद्युत अधिनियम की धारा 135 के तहत प्रकरण दर्ज किए गए.
कनिष्ठ अभियंता सरिता रावत ने बताया कि इन गांवों से बीते कुछ समय से लगातार अनावश्यक लोड, केबिल जलने, ट्रांसफार्मर खराब होने और डीओ गिरने जैसी शिकायतें मिल रही थीं. जब मौके पर जांच की गई तो सामने आया कि गांव के कई उपभोक्ता चोरी की बिजली से हीटर चला रहे थे.
उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण असुरक्षित तरीके से नंगे तारों और घटिया वायरिंग का उपयोग कर रहे हैं, जिससे हादसे की आशंका लगातार बनी रहती है.आए दिन बिजली के झटके और आग लगने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं.लोगों को समझाइश दी गई कि थोड़े पैसे बचाने के चक्कर में वे अपनी और अपने परिवार की जान जोखिम में डाल रहे हैं.बिजली विभाग ने साफ कहा है कि इस तरह की गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और आगे भी सघन चेकिंग अभियान जारी रहेगा.