जबलपुर: माढ़ोताल थाना क्षेत्र में शनिवार की रात हुई लूट और हत्या के मामले में मृतका का पति ही मास्टरमाइंड निकला। पति ने ही अपने साथी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया। दरअसल पत्नी पति के अवैध संबंध को लेकर विरोध करती थी इसी बात से परेशान होकर पति ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची। 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है हालांकि कई और जानकारी के लिए रविवार देर रात तक आरोपित को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ जारी रही। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने दी।
पति ने पुलिस को ये बताई थी कहानी
टेंट हाऊस का काम करने वाले कजरवारा निवासी शुभम चौधरी शनिवार शाम गर्भवती पत्नी रेशमा (25) और डेढ़ वर्षीय बेटे दक्ष के साथ जीप से घर से निकले थे। तीनों पहले जीसीएफ स्थित पाटबाबा मंदिर पहुंचे। वहां से मदर टेरेसा नगर िस्थत रेशमा के मायके के लिए रवाना हुए। शुभम ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वे शमशान घाट रोड पुल के पास पहुंचे ही थे कि अंधेरे में चार युवकों ने उन्हें रोका। दो ने उसके सिर पर ईंट से वार किए। मोबाइल लूटा। वहीं दो ने रेशमा की हत्या की और लूटपाट व पथराव कर भाग निकले।
घटना के बाद ससुराल ले जाने से संदेह
माढ़ोताल थाना प्रभारी विपिन ताम्रकार के अनुसार जानलेवा हमला और लूट की घटना के बाद शुभम रेशमा को सीधे अस्पताल ले जाने की बजाय ससुराल ले गया। यहीं से पुलिस का संदेह गहराया। पुलिस ने उसकी कॉल रिकॉर्ड डीटेल्स खंगाली, तो पता चला कि उसके एक युवती से सम्बंध है। जिसके बाद टीम ने उसे पकड़ा, तो उसने रिश्तेदार शिब्बू के साथ वारदात को अंजाम देने की बात कबूली।
पीछे की सीट पर बैठकर हत्या
आरोपित शुभम ने पूछताछ में बताया कि उनके साथ शिब्बू भी था। शमशानघाट रोड पर उसने सूनसान इलाके में जीप रोकी। बाथरूम के बहाने कार से उतरा और फिर रेशमा के पीछे वाली सीट पर जाकर बैठ गया। वहीं उसे उसने रेशमा का गला उसकी साड़ी के पल्लू से दबाया और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने स्वयं के सिर पर पत्थर मारा और जीप को भी पत्थर से तोड़ा। पुलिस महिला का मंगलसूत्र, फोन और पर्स की बरामदगी के प्रयास में देर रात तक जुटी रही।
गर्भ से निकाला बच्चा, गले में मिले निशान
मेडिकल अस्पताल में रविवार को रेशमा के शव का पोस्मार्टम कराया गया। इस दौरान डॉक्टर्स ने गर्भ से मृत बच्चा निकाला। जिसके बाद दोनों शवों को परिजनों को सौंपा गया। परिजनों ने जहां रेशमा के शव का दाह संस्कार किया, वहीं बच्चे को दफन किया गया।
प्रसव की हो रही थी तैयारी
रेशमा के घरवालों ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व ही रेशमा डॉक्टर के पास चैकअप के लिए गई थी। डॉक्टर ने बताया था कि आठवा महीना पूरा होने वाला है। आने वाले कुछ दिनों में उसकी डिलेवरी होनी थी। मायके और ससुराल वाले उसकी डिलेवरी की तैयारी कर रहे थे। घर में खुशियों का माहौल था।