उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में एक ट्रक के ड्राइवर की लोहे के रॉड से पीटकर हत्या कर दी गई. इस वारदात को उसके ही ट्रक के नाबालिग खलासी (हेल्पर) ने अंजाम दिया. दरअसल, हेल्पर एक लड़की से प्यार करता था. लड़की अक्सर उससे फोन पर बात किया करती थी. इस बीच ट्रक ड्राइवर को हेल्पर की प्रेमिका का नंबर मिल गया और वह भी उससे बात करने लगा.
एक दिन जब ट्रक ड्राइवर संतोष कुमार हेल्पर की प्रेमिका से बात कर रहा था तो इसी दौरान हेल्पर ने भी उसको फोन कर दिया. जिसपर प्रेमिका का फोन वेटिंग पर जाने लगा. तभी हेल्पर को शक हुआ कि दाल में कुछ काला है और उसने ड्राइवर को सबक सिखाने का मन बना लिया. लेकिन कॉल रिकॉर्डिंग सुनने के बाद उसने ड्राइवर मौत के घाट ही उतार दिया.
दरअसल, 22 अक्टूबर को ड्राइवर संतोष ने ट्रक को मऊ के थाना सरयलखनसी क्षेत्र के वाराणसी-गोरखपुर हाईवे स्थित बड़ूहा गोदाम के पास एक शराब की दुकान पर रोका था. वहां दोनों ने रात में जमकर शराब पी. रात होने पर जब ट्रक के अंदर केबिन में संतोष सो गया तब उसके नाबालिग हेल्पर ने उसकी जेब से मोबाइल निकाल कर पूरी रिकॉर्डिंग सुन ली.
रिकॉर्डिंग में संतोष उसकी प्रेमिका से बात कर रहा था. हेल्पर ने संतोष को यह कहते हुए सुना कि वह तो मेरा खलासी है, वह क्या करेगा, हम उसको रास्ते से हटा देंगे. रिकॉर्डिंग सुनने के बाद हेल्पर ने गुस्से में ट्रक के अंदर रखे लोहे के रॉड से संतोष के सिर और चेहरे पर कई वार किए. इस हमले में संतोष की नींद में ही मौत हो गई.
हत्या करते वक्त हेल्पर के कपड़े पूरी तरीके से खून से सन गए थे. इसलिए जल्दबाजी में उसने अपनी पैंट और शर्ट को निकालकर वहीं पास की झाड़ियों में फेंक दिया और ट्रक में रखे दूसरे कपड़े को पहन लिया. फिर मौके से फरार हो गया. लेकिन उसने जो पैंट झाड़ियों में फेंकी थी उसमें रखे अपने आधार कार्ड को निकालना भूल गया था. इसी के सहारे पुलिस उस तक पहुंच गई. फिलहाल, पुलिस ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.