उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए योगी सरकार ने एक अनोखा तरीका अपनाया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत संविदा पर डॉक्टरों की भर्ती के लिए बोली प्रणाली शुरू की गई है. इसी के तहत मुरादाबाद में आठ डॉक्टरों की नियुक्ति बोली के आधार पर की गई है.
इन आठ डॉक्टरों को मुरादाबाद के विभिन्न अस्पतालों में तैनात किया जाएगा. ऑनलाइन बोली प्रक्रिया के माध्यम से इनकी नियुक्ति की गई है. सबसे अधिक बोली एनेस्थेटिस्ट डॉ. रजी शाहिद की रही. जिन्हें MCH विंग में 3 लाख 45 हजार रुपये प्रतिमाह की बोली पर तैनात किया गया है. इसके अलावा पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में कंसलटेंट मेडिसिन के पद पर डॉ. प्रांजल मिश्रा की 3 लाख 40 हजार रुपये की बोली लॉक हुई
दूसरे डॉक्टर्स की कितनी लगी बोली?
ट्रॉमा सेंटर, जिला अस्पताल: ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. ओवैस मेहबूब की 2 लाख 10 हजार रुपये की बोली.
पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल: जनरल सर्जन डॉ. अनिल कुमार गुप्ता की 70 हजार रुपये की बोली.
100 बेड MCH विंग: गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. पूनम सिंह की 70 हजार रुपये की बोली.
100 बेड MCH विंग: पीडियाट्रिशियन डॉ. सना इबाद खान की 1 लाख 79 हजार रुपये की बोली.
डिलारी: ऑप्थल्मोलॉजिस्ट डॉ. अविनाश कुमार सिंह की 1 लाख 79 हजार 500 रुपये की बोली.
जिला महिला अस्पताल: पीडियाट्रिशियन डॉ. इरम राशिद की 1 लाख 65 हजार रुपये की बोली.
रिवर्स बिडिंग प्रक्रिया क्या है?
मुरादाबाद के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी और नोडल अधिकारी डॉ. संजीव बेलवाल के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत रिवर्स बिडिंग प्रक्रिया के माध्यम से लखनऊ से मुरादाबाद में आठ डॉक्टरों की तैनाती की गई है. इसमें जनरल सर्जन, ऑर्थोपेडिक सर्जन, एनेस्थेटिस्ट, और फिजिशियन जैसे पद शामिल हैं. इस प्रक्रिया में डॉक्टर ऑनलाइन टेंडर के माध्यम से अपनी फीस का प्रस्ताव रखते हैं और सबसे कम बोली लगाने वाले को चुना जाता है. अब तक छह डॉक्टरों ने जॉइनिंग कर ली है, जबकि दो की जॉइनिंग बाकी है.
सबसे अधिक बोली और तैनाती
मुरादाबाद में सबसे अधिक बोली डॉ. रजी शाहिद की रही. जिन्हें 3 लाख 45 हजार रुपये प्रतिमाह की बोली पर MCH विंग में एनेस्थेटिस्ट के रूप में तैनात किया गया है. अन्य डॉक्टरों को ट्रॉमा सेंटर, जिला अस्पताल, और 100 बेड MCH विंग में नियुक्त किया गया है.
ज़िला अस्पताल की वर्तमान स्थिति
जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. संगीता गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में फिजिशियन के पद पर केवल एक डॉक्टर हैं, और मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण व्यवस्थाओं में चुनौतियां हैं. जॉइनिंग के लिए डॉक्टरों को 28 जुलाई तक का समय दिया गया है.