भोपाल। ठगी का एक अनोखा मामला देवरी से सामने आया है। इसमें एक रिटायर शिक्षक की पांच लाख की फिक्स डिपॉजिट पर 4.50 लाख रुपए ऑनलाइन लोन ले लिया गया। रिटायर्ड शिक्षक रविशंकर मिश्रा तो इसकी जानकारी तब लगी जब वह बैंक में एफडी तुड़वाने पहुंचे थे। जबकि पांच लाख रुपये का लोन 9 माह पहले लिया गया था।
कैसे हुआ खुलासा?
ठगी का शिकार बने रविशंकर मिश्रा ने इस संबंध में पुलिस थाना देवरी में आवेदन दिया है। इसमें उल्लेख है कि 8 सितंबर 2025 को वह भारतीय स्टेट बैंक की शाखा देवरी में गए और उन्होंने 5 लाख की एफडी छुड़वाने के लिए फार्म भरा। तब बैंक अधिकारियों ने बताया की उनकी एफडी पर साढे चार लाख रुपए का लोन 4 फरवरी 2025 को निकाला जा चुका है। उन्होनें बताया कि यह सुनकर वह हक्का-बक्का रह गए।
ऑनलाइन लोन लेकर फ्रॉड किया
उन्होंने बैंक अधिकारियों से कहा कि उन्होंने कोई लोन नहीं लिया है। जब दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि किसी दिलेद सिंह निवासी मैहर जिला सतना ने ऑनलाइन लोन लेकर फ्रॉड किया है। उन्होंने बताया कि लोन की राशि उनके खाते में नहीं पहुंची बल्कि अन्य व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर हुई है।
50,000 का फ्रॉड आहरण भी किया गया
वहीं सामने आया कि 5 मार्च 2025 को उनके खाते से 50,000 का फ्रॉड आहरण भी किया गया है। पूर्व में भी जब मोबाइल पर मैसेज आया था तो उन्होंने बैंक जाकर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आहरण किये जाने की शिकायत की थी। मामले की शिकायत के बाद अब पुलिस आवेदन पर जांच पड़ताल कर रही है।