छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में NTPC में नौकरी दिलाने के नाम पर 7 लाख रुपए की ठगी की गई। खुद को NTPC का एचआर अफसर बता कर आरोपी ने व्यवसायी की बेटी से लाखों रुपए ठग लिए और ठगी के रुपए से छोटे भाई के शादी में खर्च किया। जहां इस मामले में आरोपी को पुलिस ने बिलासपुर से गिरफ्तार कर लिया है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक कोतरा रोड विकास नगर गली नंबर 3 में रहने वाला विजय कुमार गर्ग व्यवसायी है। उसने साल 2024 में कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 2019 में शिवदयाल तिवारी नामक व्यक्ति से पहचान हुई थी।
तब उसने खुद को NTPC सीपत में एचआर पद पर काम करना बताया। बातचीत के दौरान उसने कहा कि कपंनी में उसकी पहचान ऊंचे पद के अधिकारियों तक है और मैनेजमेंट कोटे से किसी की भी नौकरी लगवा सकता है।
ऐसे में शुरुआत में उसने उसकी बातों पर विश्वास नहीं किया, लेकिन बाद में दो-तीन बार कुछ लोगों के साथ वह व्यवसायी विजय कुमार गर्ग के पास आता था, तो उसके द्वारा उन लोगों का नौकरी का लेटर दिखाता और उनसे रुपए लेता था।
जिसे देखकर विजय कुमार को भी विश्वास होने लगा। ऐसे में विजय कुमार ने अपनी बेटी कोमल की NTPC में नौकरी के लिए शिवदयाल को नकद 2 लाख रुपए दिए और पांच लाख रुपए उसके बैंक खाते में ट्रांसफर किए। यह रुपए मई से जुलाई 2020 के बीच अलग-अलग तारीख में दिए गए।
टालमटोल करता रहा ठगबाज
इसके बाद कई माह बीत जाने के बाद भी कोमल को नौकरी नहीं मिली। विजय जब भी शिवदयाल को नौकरी या रूपए की बात करता वह टालमटोल करने लगता। तब विजय ने शिवदयाल के बारे में पतासाजी की, तो उसे पता चला कि नंदेली का रहने वाला संदीप चौधरी भी शिवदयाल के झांसे में आकर उसे 2 लाख रुपए दे दिया है और उसे भी नौकरी नहीं मिली है।
ठगी का एहसास होने पर लिखाई रिपोर्ट
ऐसे में विजय को ठगी का एहसास हो गया है और उसने थाना में शिकायत दर्ज की। जहां पुलिस ने मामले में जांच शुरू की।
पुलिस को पता चला कि शिवदयाल बिलासपुर जिले के D-17 शिवम सिटी, मोपका, थाना सरकंडा का रहने वाला है। जिसके बाद पुलिस कई बार उसके पते पर दबिश दी, लेकिन वह पुलिस की नजरों से बचता रहा।
पूछताछ में बताया रुपए शादी में किया खर्च
जहां मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने शिवदयाल को बिलासपुर में पकड़ा। उससे पूछताछ में उसने बताया कि लोगों ने ठगी के रुपए को उसने अपने छोटे भाई की शादी और घरेलू काम में खर्च कर दिए। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।