राजनांदगांव में मां ने दिव्यांग बेटे पर पेट्रोल डालकर आग लगाई, इलाज के दौरान बेटे की मौत

राजनांदगांव के पेंड्री अटल आवास में एक 60 वर्षीय मां ने अपने दिव्यांग बेटे पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घटना सोमवार सुबह तब हुई जब मां और 35 वर्षीय विरेंद्र साहू के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। बहू हिना साहू बच्चों को स्कूल छोड़ने गई हुई थी।

आग लगने के बाद विरेंद्र गंभीर रूप से झुलस गया। पास के लोग घटना स्थल पर पहुंचे और पानी डालकर आग बुझाई। तब तक विरेंद्र लगभग 70 प्रतिशत झुलस चुका था। उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया।

मृतक और उसकी पत्नी दोनों ही दिव्यांग थे। बताया गया है कि मृतक शराब के नशे में अक्सर मां से गाली-गलौज करता था। इसी कारण मां लंबे समय से नाराज थी। घटना से तीन दिन पहले भी मां-बेटे के बीच विवाद हुआ था। उस समय आरोपी ने पेट्रोल खरीदकर घर में छुपाकर रखा था और सोमवार को उसी का इस्तेमाल किया।

पुलिस ने मामले की जांच में पेट्रोल का डिब्बा और माचिस बरामद किए हैं। घटना के बाद आरोपी मां अपनी बहन के दामाद के घर छुप गई थी। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे का व्यवहार अक्सर असहनीय होता था और शराब के नशे में वह बार-बार गाली-गलौज करता था।

लालबाग थाना प्रभारी राजेश साहू ने बताया कि आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की जांच कर रही है और यह भी देख रही है कि घटना के पीछे किसी और का सहयोग तो नहीं था।

घटना ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में घरेलू हिंसा और मानसिक तनाव दोनों ही कारक बनते हैं। समाज में इस तरह के मामलों को रोकने के लिए परिवार और प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ जाती है।

इस पूरे मामले में पुलिस सभी साक्ष्यों को इकट्ठा कर आरोपी की गिरफ्तारी और न्याय सुनिश्चित करने में लगी हुई है। वहीं, मृतक के परिजन और स्थानीय लोग घटना के प्रति गहरी चिंता व्यक्त कर रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।

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