मध्यप्रदेश सहित जिले में हो रही बारिश से नदी नदियों में उफान देखने को मिल रहा है. जिससे कई गांव टापू में तब्दील हो चुके है. ऐसे में गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने थाना प्रभारी को सूचना दी.
तत्काल प्रशासन की टीम महिला को राहत पहुंचाने के लिए मौके पर पहुंचा.साथ में SDRF की टीम ने मोटरबोट की मदद से गर्भवती महिला चंबल कूनो नदी से महिला का रेस्क्यू किया गया, और तत्काल उसे वीरपुर के अस्पताल में भिजवाया गया. गर्भवती महिला कृष्णा रावत सुबह से ही प्रसव पीड़ा से परेशान थी.
थाना प्रभारी बोले महिला के प्रसव पीड़ा की जानकारी मिली
वीरपुर थाना प्रभारी भारत सिंह गुर्जर ने बताया कि रविवार को सुबह डिमरर्छा गांव से लोकेंद्र रावत नाम के युवक का कॉल आया कि उसकी पत्नी कृष्णा गर्भवती है.और उसको प्रसव पीड़ा हो रही है. तत्काल तहसीलदार नरेश रायपुरिया को भी जानकारी दी और एसडीआरएफ टीम को सूचना दी.सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ प्रभारी प्रमोद दंडोतिया, नवदीप शर्मा, पवन नामदेव, सुनील भूरिया, रामायण,छविराम मौके पर पहुंचे और उन्होंने दिमरर्छा गांव के इस पार चंबल और कूनो नदी के संगम पर पहुंचकर महिला का रेस्क्यू किया इसके अलावा 16 और अन्य लोगों का भी रेस्क्यू किया गया.
एसडीआरएफ जवान बोले कड़ी मेहनत के बाद रेस्क्यू किया गया
एसडीआरएफ टीम के जवान नवदीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि एसडीआरएफ को वीरपुर थाना प्रभारी भारत सिंह गुर्जर ने जानकारी दी कि दिमरर्छा गांव में एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा हो रही है. तत्काल श्योपुर मुख्यालय से एसडीआरएफ की टीम रवाना हुई और रेस्क्यू टीम ने ऑपरेशन चलाकर गर्भवती महिला कृष्णा रावत को सकुशल बाहर निकाला.
इसके अलावा कई महिला और बच्चे जिन्हें मौशमी बीमारी थी उन्हें भी निकाला गया. सभी को वीरपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.