मध्यप्रदेश के श्योपुर में महाराणा प्रताप नगर इलाके में 30 जुलाई को हुए बड़े चोरी के मामले का कोतवाली पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने वाले दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर उनके पास से सोने-चांदी के जेवर, नकदी और एक चोरी की मोटरसाइकिल सहित करीब 6 लाख 50 हजार रुपए का माल बरामद किया है. चोरी का सामान खरीदने वाले एक ज्वेलर को भी सह-आरोपी बनाया गया है.
घटना 30 जुलाई की है। फरियादी संतोष सिंह तोमर, निवासी महाराणा प्रताप नगर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात चोर उनके घर का ताला तोड़कर सोने-चांदी के जेवर और नगदी ले गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र जैन के निर्देश पर एएसपी प्रवीण भूरिया के मार्गदर्शन और एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता की मॉनिटरिंग में टीआई सतीश सिंह चौहान के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई.
कैसे पकड़े गए आरोपी ?
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू की। पुलिस ने दीपू उर्फ दीपेन्द्र जाट, निवासी सूसवाड़ा आवदा (हाल निवासी महाराणा प्रताप नगर) को पकड़ा. पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने अपने पड़ोसी संतोष तोमर के घर से चोरी की और सामान अपने साथी अजय जाट को दे दिया। दोनों ने गहनों को चूड़ी बाजार स्थित लक्ष्मण सोनी की दुकान पर बेच दिया और रुपए आपस में बांट लिए.
पुलिस ने आरोपियों से 01 सोने की चैन, सीतारानी हार, 2 सोने की अंगूठियां, 2 मंगलसूत्र, ऊँ का सोने का लॉकेट, सोने के टॉप्स और सुई-दागा, चांदी की पायलें, 10 चांदी के सिक्के, 4 रोल्ड गोल्ड की चूड़ियां, 6 हजार नगद और चोरी की गई हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल जब्त की। कुल बरामदगी की कीमत करीब 6.5 लाख रुपए है.
इस खुलासे में टीआई सतीश सिंह चौहान, उपनिरीक्षक कमलेन्द्र सिंह, प्रदीप तोमर, शीतेन्द्र सिंह और आरक्षक दल की महत्वपूर्ण भूमिका रही. चोरी का माल खरीदने वाला ज्वैलर लक्ष्मण सोनी फरार है, जिसकी तलाश जारी है.