श्रावस्ती में खुद हरियाली के दुश्मन बने जिम्मेदार, मुक्ति धाम से काटे गए आठ वर्ष पुराने पेड़

श्रावस्ती : जिले में हरियाली लाने के लिए प्रतिवर्ष करोड़ो रुपये खर्च हो रहे हैं। वहीं जिम्मेदार अधिकारी ही हरियाली मिटाने पर तुले हैं.इसमें सिर्फ विभाग ही नहीं नगर निकाय भी पीछे नहीं है। मुक्तिधाम में पथवे निर्माण के नाम पर नगर पंचायत ने सैकड़ों पेड़ शीशम व सागौन काट कर गायब कर दिया.

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इसकी शिकायत समाजसेवियों ने एसडीएम इकौना से की है.एसडीएम इकौना ओम प्रकाश को दिए शिकायती पत्र में नगर निवासियों ने आरोप लगाया है कि नगर पंचायत इकौना के मोहल्ला गौतम नगर में मुक्तिधाम स्थित है.यहां आठ वर्ष पूर्व वन विभाग की ओर से 500 से अधिक शीशम व सागौन के पेड़ लगाए गए थे.

इसका उद्देश्य नगर में हरियाली लाने व अपनों के अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम आने वाले लोगों को शीतल छाया मुहैया कराना था.मौजूदा समय मुक्तिधाम परिसर में इंटर लाकिंग कराने के साथ ही पथवे का निर्माण कराया जा रहा है.इसके लिए ठेकेदार की ओर से चोरी छिपे रात में सात से आठ वर्ष पुराने सैकड़ों पेड़ों को काट कर उठा लिया गया। यही नहीं निशान मिटाने के लिए जेसीबी से जड़ों की खुदाई कर ऊपर से मिट्टी डाल कर बराबर कर दिया गया.

 

यह कार्य नगर पंचायत के जिम्मेदारों की मिली भगत से किया गया है। ऐसे में शिकायतकर्ताओं ने एसडीएम से हस्तक्षेप कर प्रकरण की जांच कराने व दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराते हुए वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की है.शिकायत करने वालों में कन्हैया लाल कसौधन, हेमंत गुप्ता, हरिद्वार कसौधन, ओमकार प्रसाद व श्रीपाल सहित अन्य लोगों का नाम शामिल है.इस बारे में एसडीएम का कहना है कि प्रकरण की जांच कराई जा रही है.

 

जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.कटकुइयां व दुलैहिया में बिना परमिट काटा गया पेड़ सोनवा क्षेत्र के ग्राम कटकुइयां में बगैर परमिट चार पेड़ शीशम काट कर उठा लिया गया। यही नहीं क्षेत्र के दुलैहिया गांव के निकट नाले के किनारे लगे दो पेड़ जामुन व एक पेड़ गूलर बगैर परमिट काट कर उठा लिया गया.दुलैहिया में यह पेड़ ग्राम समाज की भूमि पर लगा था.

 

यही नहीं मोहरनिया के भि_ी गांव के पास से भी बगैर परमिट एक पेड़ शीशम काटा गया है। इस बारे में वन क्षेत्र पयागपुर के डिप्टी रेंजर विकास वर्मा का कहना है कि काटे गए पेड़ों की जानकारी है, कार्रवाई की जा रही है.

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