मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गैर-मौजूदगी में लखनऊ में डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने बैठक की है. इस मीटिंग में प्रदेश अध्यक्ष और संगठन माहमंत्री भी मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि आजमगढ़ और वाराणसी में तय शेड्यूल की वजह से मुख्यमंत्री ने बैठक में शिरकत नहीं की और उनके बगैर ही चार वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बैठक कर ली.
उत्तर प्रदेश में दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इससे पहले BJP की राज्य इकाई में हलचल देखने को मिल रही है. पिछले दिनों कुछ आपसी विवाद भी सामने आए, जिसके बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को दिल्ली आना पड़ा.
डिप्टी सीएम ने तब BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. तब सूत्रों ने योगी कैबिनेट में कुछ बदलाव की संभावना जताई थी. हालांकि, सूत्र ने मुख्यमंत्री पद में किसी भी बदलाव की संभावना से इनकार किया था.
सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और संगठन सचिव के साथ यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की बैठक हुई, लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. कहा जा रहा है कि बैठक एक घंटे से अधिक समय तक चली.
बीजेपी के असंतुष्ट माने जाने वाले वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला भी बोला. उन्होंने सीएम योगी के विभाग से पूछा है कि आउटसोर्सिंग के जरिए की गई भर्तियों में आरक्षण नियमों का पालन किया गया या नहीं.
हालांकि, डिप्टी सीएम मौर्य ने पिछले साल भी अगस्त में एक चिट्ठी लिखकर आउटसोर्सिंग और संविदा से जुड़ी जानकारी मांगी थी. हालांकि, BJP का केंद्रीय नेतृत्व और राज्य नेतृत्व लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद शुरू हुए विवाद को खत्म करने की कोशिश में है.