भारतीय रेलवे के बारे में आम राय यह है कि यदि आप किसी भी ट्रेन में सफर करते हैं तो मुमकिन है कि वह ट्रेन अपने समय पर गन्तव्य तक नहीं पहुंचे. इस सोच के विपरीत भारतीय रेलवे का दावा है कि रेलवे के अधिकतर डिविजन में पहले के मुकाबले ट्रेनें कम देरी से चल रही हैं. टीवी9 भारवतवर्ष को मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल रेलवे लगभग 7 प्रतिशत अधिक समय से चली.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि रेलवे में एक बहुत ही महत्वपूर्ण विकास हुआ है – हमारे 68 डिवीजनों में से 49 डिवीजन ऐसे हैं, जिनकी समय की पाबंदी 80% से अधिक हो गई है. वर्तमान में 13,000 से अधिक यात्री रेलगाड़ियां चल रही हैं. जिसमें मेल एवं एक्सप्रेस 4,111, पैसेंजर 3,313 तथा उपनगरीय 5,7 कुल रेलगाड़ियां कोविड-पूर्व स्तर से अधिक हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कहां की ट्रेन सबसे लेट चलती है?
जिन इलाकों में ट्रेनों के लेट चलने का आंकड़ा आया है, उनमें ECOR के वालटेर में 82.6 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रही है जबकि लगभग 18 प्रतिशत ट्रेन देरी से चल रही है. वहीं WCR डिविजन के भोपाल में 84.1 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रही है, जबकि लगभग 19 प्रतिशत ट्रेन यहां देरी से चल रही है. ठीक इसी तरह SECR के नागपुर में 85.4 प्रतिशत ट्रेन ही समय से चल रही है, जबकि लगभग 16 प्रतिशत ट्रेन यहां देरी से अपने गनत्व्य तक पुहंच रही है.
इन इलाकों में ट्रेनों टाइम से चल रही
रेलवे सूत्रों के मुताबिक यदि आप NWR के अजमेर में सफर कर रहे हैं तो यहां ट्रेनें 97.1 प्रतिशत समय से चल रही है. यहां केवल 2.9 प्रतिशत ट्रेन देरी से चलती है. वहीं यदि WR डिविजन के राजकोट की बात करें तो 97.7 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रही है जबकि 2.3 प्रतिशत ट्रेन यहां देरी से चल रही है. वहीं बात यदि ER डिविजन के सियालदह रेलवे स्टेशन की करें तो यहां 98 प्रतिशत ट्रेनें समय से चल रही है महज 2 प्रतिशत ट्रेन ही देरी से चल रही है.
स्पेशल ट्रेनों के परिचालन के बावजूद समय से ट्रेन
रेलवे का दावा है कि भीड़ भाड़ के लिए उसकी किस तरह से व्यवस्था हो उसके लिए पिछले साल होली में 604 स्पेशल ट्रेन चलाई थी. फिर गर्मी गर्मी के मौसम में छुट्टियों में करीब 13,000 स्पेशल ट्रेन चलाई. फिर छठ और दिवाली में 8,000 स्पेशल ट्रेन चलाई. इसके बावजूद कई ऐसे डिविजन हैं जहां ट्रेनों के परिचालन को लेकर देरी कम रिकार्ड की गयी है.