महाकाल मंदिर में महिला श्रद्धालु से अभद्रता, रोते हुए बयां किया दर्द; बोली- दर्शन नहीं करने दिया

मध्य प्रदेश के उज्जैन का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में एक महिला और पुरुष बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आते हैं, लेकिन महिला के पास मोबाइल फोन मिलने पर सुरक्षा गार्ड उसके साथ बुरा व्यवहार करते हैं और उन्हें दर्शन करने जा देने की बजाय कंट्रोल रूम ले जाया जाता है. जहां पर उन्हें इतना परेशान किया जाता है कि वह दोनों बाबा महाकाल के दर्शन किए बिना ही यहां से चले जाते हैं.

ऑल इंडिया बाइक राइडर नैना अपने पति के साथ राइड करते हए विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचती है, जहां बाबा महाकाल के दर्शन करने की उन्हें कुछ ऐसी ललक रहती है कि वह अपने मस्तक पर महाकाल का तिलक लगवाती है और सुबह 5:30 से लाइन में लग जाती है. 2 घंटे लाइन में लगने के बाद जब 7:30 बजे दर्शन के लिए उनका नंबर आता है, तो यहां सिक्योरिटी में तैनात फीमेल सिक्योरिटी गार्ड नैना के हाथों में मोबाइल फोन देख लेती है.

दर्शन की जगह कंट्रोल में बैठाया

नैना उन्हें मंदिर में मोबाइल फोन प्रतिबंधित होने की जानकारी न होने के बात कहती है, लेकिन इतनी देर में एक और सिक्योरिटी गार्ड उनके पास पहुंचता है और उन्हें और उनके पति को कंट्रोल रूम ले जाने का प्रयास करते हैं. नैना पहले बाबा महाकाल के दर्शन करने को कहती है, लेकिन इस दौरान उनकी बातों को नजरअंदज कर दिया. पुलिस कंट्रोल रूम पर पहुंचते ही नैना और उसके पति से यह पूछा जाता है कि क्या आप वीआईपी श्रद्धालु है?

नैना का रोते हुए वीडियो वायरल

क्या आपने दर्शन के लिए टिकट खरीदा है? इस अभद्रता के बाद नैना और उनके पति महाकालेश्वर मंदिर से बिना दर्शन किए लौट जाते हैं. नैना ने महाकालेश्वर मंदिर में अपने साथ हुई इस अभद्रता का वीडियो रोते-रोते सोशल मीडिया पर वायरल किया है और यह सवाल पूछा है कि शायद हमारी गलती यही है कि हम वीआईपी श्रद्धालु नहीं है. बाबा महाकाल को पशुपतिनाथ भी कहा जाता है, क्योंकि वे मनुष्य तो ठीक पशु-पक्षी में भी भेद नहीं करते है.

‘धर्म के नाम पर धंधा’

नैता वायरल वीडियो में कहती ही सुनी जा सकती है कि महाकालेश्वर मंदिर में सामान्य श्रद्धालुओं को महज कुछ सेकेंड के लिए दर्शन होते हैं, जबकि वीआईपी श्रद्धालु और सेलिब्रिटी मंदिर में आधे घंटे तक पूजा अर्चना करते रहते हैं. वीआईपी और सेलिब्रिटी के दर्शन के दौरान इस प्रकार की सुरक्षा का ख्याल क्यों नहीं रखा जाता है. यहां पर धर्म के नाम पर धंधा चल रहा है. विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर भगवान के दरबार में सामान्य और खास श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग व्यवस्थाओं से आहत हुई नैना ने अपने वीडियो पर लिखा है कि मंदिर के गेट पर भक्ति ही पहचान मानी जाती है.

इस वीडियो के माध्यम से वह यही बताने का प्रयास कर रही है कि मंदिर में सारे नियमों का पालन आम श्रद्धालुओं से ही करवाया जाता है. आम श्रद्धालु तो यह भी करने को तैयार हैं, लेकिन जहां उन्हें प्रवेश दिया जाता है. वहीं, से मोबाइल की चेकिंग क्यों नहीं की जाती. बाद में इस तरह चेकिंग करना और श्रद्धालुओं से अभद्रता करना सरासर गलत है. श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति को इस और ध्यान देना चाहिए.

Advertisements
Advertisement