मध्य प्रदेश के उज्जैन से 60 किलोमीटर दूर स्थित नागदा में एक साधु के साथ मारपीट व अभद्र व्यवहार करने का मामला अब तूल पकड़ रहा है. क्योंकि साधु के साथ अभद्रता करने के पीछे भाजपा नेता के भाई पर आरोप लगाया गया है. इस घटना को लेकर कांग्रेस आक्रामक दिखाई दे रही है. इस मामले में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने एक्स पर ट्वीट कर मोहन सरकार को आड़े हाथों लिया है. पूरे मामले में पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.
मुंगावली में रहने वाले साधु गोपालदास भगवान द्वारकाधीश के दर्शन करने के बाद अपने घर वापस जा रहे थे. तभी उन्हें नागदा में रहने वाले अपने गुरु संत त्यागी महाराज के दर्शन करने की इच्छा हुई. वे ट्रेन से नागदा पहुंचे और गुरुजी के आश्रम पर जा ही रहे थे. तभी बीसीआई कॉलोनी के जंगल के पास वाले इलाके में उन्हें दो लोगों ने नशे की हालत में रोका. दोनों युवक नशे की हालत में थे, जिन्होंने कभी साधु गोपाल दास से गायत्री मंत्र बुलवाया तो कभी अभद्रता कर मारपीट करते हुए उनके रुपए छीन लिए. इतना ही नहीं अभद्रता उनके कपड़े तक निकलवा दिए. इस घटना के बाद साधु गोपाल दास तुरंत थाना बिरलाग्राम पहुंचे, जहां उन्होंने इस प्रकार का अभद्र व्यवहार करने वाले दोनों लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है.
भाजपा नेता के भाई का नाम आया सामने
इस पूरे मामले में बवाल इसीलिए मच रहा है क्योंकि जिस लक्ष्मणसिंह शेखावत के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. वह पूर्व राज्यमंत्री सुल्तान सिंह शेखावत का भाई है. पुलिस ने मामले में लक्ष्मण सिंह और उनके एक मित्र विक्की शुक्ला के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है. इस मामले में केस दर्ज होने के बाद कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोहन सरकार जो की सनातनियों की सरकार है, उनके राज में जनता तो ठीक, अब साधु संत भी सुरक्षित नहीं हैं.
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने एक्स पर लिखा
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने अपने ट्वीट किया है कि ‘भाजपा का सनातन विरोधी चेहरा एक बार फिर हुआ उजागर. भाजपा के राज में अब साधु – संत भी सुरक्षित नहीं हैं, भाजपा नेता पूर्व कैबिनेट दर्जा प्राप्त मंत्री सुल्तान सिंह शेखावत के भाई लक्ष्मण शेखावत एवं विक्की शुक्ला ने उज्जैन जिले के नागदा में साधु गोपाल दास जी की लंगोट उतार दिए और अभद्रता की . उसके बाद मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी. आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.