लगातार बढ़ रहे मंकीपॉक्स वायरस के मामले को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है. जानकारी के अनुसार भारत में अभी तक मंकीपॉक्स के वायरस नहीं मिले हैं. लेकिन इसके बढ़ते मामले को देख इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इसलिए WHO ने इससे बचाव करने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि भारत ने इस वायरस से लड़ने के लिए अपनी आरटी-पीसीआर टेस्ट किट तैयार कर ली है. जिसे केंद्रीय सुरक्षा औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) द्वारा मान्या भी मिल गई है.
भारत को मिली एक बड़ी उपलब्धि
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
सीमेंस हेल्थिनियर्स ने IMDX मंकीपॉक्स डिटेक्शन RT-PCR किट को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) से विनिर्माण की मंजूरी मिल गई है. ये देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. बता दें कि भारतीय कंपनी सीमेंस हेल्थिनर्स का कहना है कि आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट किट को वडोदरा की एक इकाई में तैयार किया जाएगा. साथ ही हर साल करीब 10 लाख किट बनाई जा सकेंगी. हम ये किट लोगों को उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह तैयार है.
40 मिनट में मिलेगा रिजल्ट
सीमेंस हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के अनुसार इस किट से किए गए टेस्ट के परिणाम 40 मिनट में उपलब्ध होंगे. बताया जा रहा है कि मंकीपॉक्स के पुराने जो किट हैं उसके जरिए टेस्ट की रिपोर्ट 1-2 घंटे में आती है. लेकिन अब इस किट के जरिए सिर्फ 40 मिनट में रिजल्ट आपके सामने होगा. आईसीएमआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे द्वारा चिकित्सकीय रूप से मान्य, ये टेस्ट 100 प्रतिशत संवेदनशीलता और विशिष्टता का दावा करती है. आईएमडीएक्स मंकीपॉक्स आरटी पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट किट भारतीय वैधानिक दिशानिर्देशों का पालन करती है और उच्चतम वैश्विक मानकों का अनुपालन करती है. इस बड़ी उपलब्धि के साथ भारत मंकीपॉक्स वायरस से लड़ने के लिए तैयार है.